'राष्ट्रीय दुग्ध दिवस' समारोह को संबोधित करते हुए केंद्रीय कृषि मंत्री राधा मोहन सिंह ने कहा कि पिछले चार साल में देश का दूध उत्पादन 28 प्रतिशत बढ़कर 17 करोड़ 63.5 लाख टन हो गया है. दूध की मांग बढ़ी है इसके साथ ही किसानों को भी औसतन प्रति लीटर दूध के लिए 7 रुपये अधिक मिल रहे हैं. उन्होंने इस दौरान दूध के प्रसंस्करण स्तर को मौजूदा 20 प्रतिशत से बढ़ाकर 30 प्रतिशत करने पर भी जोर देने की बात कही.
आमदनी बढ़ी
उन्होंने राष्ट्रीय गोकुल मिशन, प्रजनन केंद्र खोलने और डेयरी क्षेत्र के लिए समर्पित निधि जैसी पहलों का हवाला देते हुए कहा कि हमने पिछले चार साल में डेयरी सेक्टर को बढ़ावा देने के लिए कई कदम उठाए हैं जो वर्ष 2022 तक किसानों की आमदनी को दोगुना करने के लिए बेहद महत्वपूर्ण हैं. इन प्रयासों के नतीजे भी दिखाई देने लगे हैं.
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वार्षिक वृद्धि दर 6.5 प्रतिशत रही
कृषि मंत्री ने कहा कि वर्ष 2013-14 में देश का दूध उत्पादन 13.77 करोड़ टन था जो पिछले वित्त वर्ष में बढ़कर 17 करोड़ 63.5 लाख टन हो गया है. वर्ष 2014-18 के दौरान दूध उत्पादन में वार्षिक वृद्धि दर 6.5 प्रतिशत रही जबकि वर्ष 2010-14 के दौरान यह 4.29 प्रतिशत था. मंत्री राधा मोहन सिंह ने कहा कि दूध की औसत कीमत जो पहले 22 रुपये प्रति लीटर थी, वह भी अब बढ़कर 29 रुपये प्रति लीटर हो गई है.
दूध की उपलब्धता बढ़कर 376 ग्राम हुई
कृषि मंत्री राधा मोहन सिंह ने आगे बताया कि भारत में प्रति व्यक्ति दूध की उपलब्धता पहले 307 ग्राम थी वो अब बढ़कर 376 ग्राम हो गई है. उन्होंने कहा कि दूध उत्पादों की मांग बढ़ रही है. इसकी प्रसंस्करण क्षमता और मूल्यवर्धन को बढ़ावा देने की जरूरत है.
विवेक राय, कृषि जागरण
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