जहां एक तरफ पेट्रोल-डीजल (Petrol Diesel Price in March 2022) के दामों में आग लगी हुई है वहीं दूसरी ओर पेरासिटामोल सहित 800 अन्य दवाइयों के दामों में बढ़ोतरी (Price Hike of Medicines) आने वाली है. आज के समय में हर कोई किसी न किसी बीमारी से ग्रस्त है. जिसके चलते अधिकतर लोग दवाइयों का सेवन कर रहे हैं. ऐसे में आपको और भी ज्यादा झटका लगने वाला है.
दवाइयों में आयी 10 प्रतिशत से अधिक वृद्धि (More than 10 percent increase in medicines)
दरअसल, नेशनल फार्मास्युटिकल प्राइसिंग अथॉरिटी ऑफ इंडिया (National Pharmaceutical Pricing Authority of India) ने थोक मूल्य सूचकांक (Wholesale Price Index) में 10.7 प्रतिशत बदलाव की घोषणा की है. इसका मतलब यह है कि अधिकांश सामान्य बीमारियों के इलाज के लिए उपयोग की जाने वाली आवश्यक दवाओं की राष्ट्रीय सूची में लगभग 800 अनुसूचित दवाओं की कीमतों में 1 अप्रैल से 10.7 प्रतिशत की वृद्धि होने वाली है.
एनपीपीए (NPA) नोटिस में कहा गया है कि "आर्थिक सलाहकार, वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय (Economic Adviser, Ministry of Commerce and Industry) के कार्यालय द्वारा उपलब्ध कराए गए डब्ल्यूपीआई आंकड़ों के आधार पर वार्षिक परिवर्तन कैलेंडर वर्ष 2021 के दौरान 2020 में इसी अवधि की तुलना में 1 अप्रैल 2022 से 10.7 प्रतिशत की वृद्धि होगी"
1 अप्रैल 2022 से कौन सी दवाइयां होंगी महंगी (Which medicines will be expensive from 1st April 2022)
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि अब बुखार (Fever), संक्रमण (Allergy), हृदय रोग (Heart Diseases), उच्च रक्तचाप (High Blood Pressure), त्वचा रोग (Skin Diseases) और एनीमिया (Anemia) के इलाज में इस्तेमाल होने वाली दवाओं के दाम बढ़ जाएंगे. इसमें पेरासिटामोल, फेनोबार्बिटोन, फ़िनाइटोइन सोडियम, एज़िथ्रोमाइसिन, सिप्रोफ्लोक्सासिन हाइड्रोक्लोराइड और मेट्रोनिडाज़ोल जैसी दवाएं शामिल हैं.
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इसके अलावा, उपभोक्ताओं को कुछ आवश्यक दवाओं के लिए अधिक भुगतान करना होगा क्योंकि भारत के राष्ट्रीय फार्मास्युटिकल मूल्य निर्धारण प्राधिकरण (NPA) ने हाल ही में आवश्यक दवाओं की राष्ट्रीय सूची (NLEM) के थोक मूल्य सूचकांक (WPI) में 10.7 फीसदी की वृद्धि की घोषणा की है.
देश में आये दिन किसी न किसी चीज़ों के दाम बढ़ते ही जा रहे हैं. महंगाई इतनी बढ़ने के कारण लोगों के बीच आक्रोश फैला हुआ है. अब आने वाले दिनों में क्या देश के नागरिकों के हालात क्या होंगे वो तो वक़्त ही बातयेगा.
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