हाल ही में महाराष्ट्र सरकार ने एक खास फैसला लिया है. ये खबर और फैसला उन किसानों और पशुपालकों के लिए भी है जो दूध उत्पादन करते हैं, या कह लें कि डेयरी व्यवसाय से संबंध रखने वाले लोग. दरअसल प्रदेश सरकार ने इस बात की घोषणा की है कि जल्द ही सरकार दूध उत्पादकों से 10 लाख लीटर दूध रोज़ाना खरीदेगी जिससे उन्हें लॉकडाउन की वजह से किसी भी तरह की कोई दिक्कत न होने पाए.
उप मुख्यमंत्री का ये है कहना...
आपको बता दें कि इस संबंध में उप मुख्यमंत्री अजीत पवार ने कहा है कि दूध का संग्रह चार से पांच दिनों में शुरू कर दिया जाएगा. यह दो महीने तक जारी रहेगा. इसके साथ उन्होंने यह भी कहा है कि कोरोना वायरस (covid-19) के कहर की वजह से पीएम मोदी द्वारा किए गए 21 दिनों के लॉकडाउन से दुग्ध क्षेत्र को काफी नुकसान हो रहा था. प्रदेश में 12 लाख लीटर दूध में से लगभग 10 लाख लीटर दूध की बिक्री में उत्पादकों को परेशानी का सामना करना पड़ा. इसी वजह से यह फैसला लिया गया है.
इस दाम में सरकार दूध उत्पादकों से खरीदेगी दूध
आपको बता दें कि उत्पादकों का दूध लॉकडाउन की वजह से बिक नहीं पा रहा था, कीमत घटाने के बाद भी कोई खरीददार नहीं मिल पा रहा था. कई खबरों में ये तक सुनने को मिला कि लोगों को अपना उत्पादन फेंकना भी पड़ा. ऐसे में फैसला लेते हुए मंत्री ने कहा कि राज्य सरकार दूध सहकारी समितियों के माध्यम से 25 रुपये प्रति लीटर की दर से दस लाख लीटर दूध की खरीद करेगी.
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