"फार्मर द जर्नलिस्ट” कृषि जागरण द्वारा चलाया जा रहा एक प्रोग्राम है, जिसके जरिए किसानों को कृषि जागरण के साथ काम करने का मौका दिया जा रहा है. आज 20 जुलाई, 2022 को फार्मर द जर्नलिस्ट का एक ऑनलाइन ट्रेनिंग वेबिनार चलाया गया, जिसके जरिए किसानों को ट्रेनिंग दी गई कि वह कैसे फार्मिंग के साथ- साथ एक जर्नलिस्ट के तौर पर भी काम कर सकते हैं. इस ट्रेनिंग प्रोग्राम के जरिए 25 से अधिक किसानों को प्रशिक्षित किया गया.
फार्मर द जर्नलिस्ट के इस सेशन में कृषि जागरण की तरफ से श्रुति जोशी (कंटेंट मैनेजर हिंदी) ने किसानों का हार्दिक स्वागत किया, उन्होंने फार्मर द जर्नलिस्ट बनने की ट्रेनिंग दी, जिसके बाद किसानों को वीडियो बनाने के लिए आइडिया साझा किए.
कृषि जागरण के कंटेट हैड संजय कुमार ने बातचीत को आगे बढ़ाते हुए कहा कि “लोग 3-4 साल का मास कम्युनिकेशन का कोर्स करने के बाद पत्रकार बनते हैं, मगर कृषि जागरण के जरिए आपको ट्रेनिंग मिल रही है कि एक किसान कैसे पत्रकार बन सकता है. यह आप सभी के लिए एक बेहतरीन मौका है”. उन्होंने आगे कहा कि “आपके पास एक प्लस पॉइंट यह है कि आप एक किसान हैं और आपको पहले से ही खेती व फसल से संबंधित जानकारी है, इसलिए इस मुहिम के जरिए आप संबंधित क्षेत्र में और ज्ञान प्राप्त कर सकते हैं”.
फार्मर द जर्नलिस्ट का उद्देश्य
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फार्मर द जर्नलिस्ट का उद्देश्य है कि किसान अपनी बात खुद लोगों तक पहुंचा सकें.
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कृषि जागरण उन किसानों के लिए आवाज बनकर कार्य कर रहा है, जो अपनी समस्या व मुद्दों को सभी लोगों कर पहुंचाना चाहते हैं.
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किसान बता सकते हैं कि उन्हें कृषि विज्ञान केंद्रों से आवश्यक जानकारी मिल रही है या नहीं.
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किसान अपने बेहतर कार्यों व प्रगतिशील किसानों की वीडियो बनाकर भेज सकते हैं, जिसके बाद कृषि जागरण के मंच से वह वीडियो youtube, facebook तथा और भी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर शेयर की जाएगी.
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किसानों की समस्या को हम अपने प्लेटफॉर्म के जरिए उच्च अधिकारियों तक पहुंचाएंगे, जिससे उसका समाधान जल्द से जल्द निकल सकें.
वीडियो बनाने के लिए इन बातों का रखें ध्यान
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किसान वीडियो जब भी बनाएं मोबाइल फोन को तिरछा (horizontal) घुमा कर बनाएं.
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ध्यान रहे कि वीडियो बनाने के दौरान कोई ध्वनि या संगीत ना बज रहा हो.
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वीडियो की गुणवत्ता (Quality) अच्छी होनी चाहिए.
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सबसे अहम वीडियो बनाते वक्त मोबाइल फोन को हिलाएं नहीं.
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वीडियो में सबसे पहले अपना परिचय दें, जिसके बाद आप संबंधित विषय के बारे में जानकारी दें.
किन विषयों पर बना सकते हैं वीडियो
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किसान कृषि से संबंधित किसी भी विषय पर वीडियो बना सकते हैं, जिसमें कृषि, पशुपालन, बागवानी, मुर्गी पालन, मत्स्यपालन, एकीकृत खेती (integrated farming), प्रकृति आदि शामिल है.
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किसान अपने नजदीकी कृषि विज्ञान केंद्र के वैज्ञानिक से बातचीत कर उनका इंटरव्यू लेकर कृषि जागरण को भेज सकते हैं.
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बता दें कि फार्मर द जर्नलिस्ट मुहिम के तहत जो किसान कृषि जागरण को वीडियो बनाकर देंगे और उनकी वीडियो यदि कृषि जागरण के किसी भी सोशल मीडिया प्लेटफार्म में पोस्ट की जाती है, तो उन्हें हर वीडियो के 100 रुपए दिए जाएंगे. यदि आप भी कृषि जागरण के फार्मर द जर्नलिस्ट की इस मुहिम का हिस्सा बनना चाहते हैं, तो दिए गए लिंक पर क्लिक करें.
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