कृषि क्षेत्र को बढ़ावा देने के लिए केंद्र व राज्य सरकार लगातार प्रयास कर रही हैं और ऐसी ही एक ख़बर हरियाणा से भी आयी है. जी हां, हरियाणा के सोनीपत (Sonipat, Haryana) में मेगा फ़ूड पार्क (Mega Food Park) बनाया जा रहा है, जो करीब 31 मार्च 2022 तक बनकर तैयार हो जायेगा. यह पार्क 169 करोड़ रुपये की लागत के साथ बनाया जा रहा है.
इसके साथ सोनीपत के गन्नौर (Gannaur of Sonipat) में ही अंतर्राष्ट्रीय बागवानी मंडी (International Horticulture Market) भी बनने जा रही है, जो 1600 करोड़ की लागत के साथ तैयार की जाएगी. खास बात यह है कि यह बाजार 545 एकड़ में फैला होगा और इसका पूरा खरचा राष्ट्रीय कृषि और ग्रामीण विकास बैंक यानी नाबार्ड (National Bank for Agriculture and Rural Development i.e NABARD) देगा.
4 परियोजनाओं को मिली हरी झंडी (4 projects got green signal)
इसके अलावा NABARD ने माइक्रो इरीगेशन फंड (Micro Irrigation Fund) यानि सिंचाई कोष के तहत 790 करोड़ रुपये की चार परियोजनाओं को भी हरी झंडी दे दी है.
बता दें कि इसमें कृषि एवं किसान कल्याण विभाग (Agriculture and Farmers Welfare Department), सिंचाई एवं जल संसाधन विभाग और सूक्ष्म सिंचाई (Irrigation and Water Resources Department and Micro Irrigation) और कमान क्षेत्र विकास प्राधिकरण (Command Area Development Authority) की परियोजनाएं शामिल हैं.
वहीं रूरल इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट फंड (IRDF) के तहत ब्याज दर सिर्फ 2.75 फीसदी है, इसलिए नाबार्ड के तहत ज्यादा से ज्यादा योजनाएं शुरू की जाएंगी.
वहीं हरियाणा के लिए NABARD ने साल 2020-21 में 44 प्रतिशत से अधिक आर्थिक मदद (Economic Help) की सहायता दी है. बता दें की हरियाणा सरकार को वर्ष 2020-21 में 1030 करोड़ रुपये की आर्थिक सहायता मिली है. वहीं राज्य सरकार ने इन सभी परियोजनाओं को पूरा करने के दिशानिर्देश दिए गए हैं.
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अंतर्राष्ट्रीय मार्किट से होने वाले लाभ (Benefits of International Market)
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उच्च जीवन स्तर (High standard of living) प्रदान करता है.
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तेज़ी से औद्योगिक विकास होता है.
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तुलनात्मक लागत के लाभ के अवसर होते हैं.
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अंतर्राष्ट्रीय सहयोग और विश्व शांति का एक माध्यम है.
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सांस्कृतिक आदान-प्रदान को सुगम बनाता है
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विदेशी मुद्रा की उपलब्धता होती है
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आपके क्षेत्र का विकास तिगुना हो जाता है.
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