बदलते मौसम के साथ खेती के तरीकों में भी बदलाव आना शुरू हो गया है जिसमें टेक्नोलॉजी (Agriculture Technology) का सबसे बड़ा योगदान है. आज खेती सिर्फ उपजाऊ ज़मीन पर ही नहीं बल्कि अब बंजर व रेगिस्तानी क्षेत्रों (Barren and Desert Farming) में भी संभव है. जी हां, वैज्ञानिकों ने एकीकृत सौर-चालित प्रणाली (Integrated Solar Powered System) के हवा से पानी बनाने का सपना पूरा कर दिया है जो शुष्क या अर्ध-शुष्क क्षेत्रों (Semi-arid Regions) में फसलों को उगाने में मदद कर सकेगा.
एकीकृत सौर-चालित प्रणाली की विशेषताएं (Features of Integrated Solar-Powered System)
इसलिए, किंग अब्दुल्ला विज्ञान और प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय (King Abdullah University of Science and Technology) के वैज्ञानिकों ने एक "एकीकृत सौर-चालित प्रणाली" (Integrated Solar-Powered System) का निर्माण किया है. इसके अंतर्गत नवीकरणीय ऊर्जा (Renewable Energy) और फसलों को कम लागत में उगाया जाता है. यह उन लोगों के लिए जीवन रक्षक लाभ प्रदान करते हैं जो दूर-दराज और दुनिया के शुष्क क्षेत्रों में रह रहे हैं. यह एक उल्लेखनीय ऑल-इन-वन प्रणाली (All-In-One System For Farming) है जो खेती की कई समस्याओं को हल करती है.
हवा से पानी बनाएगा वैज्ञानिकों का ये सौर-डिज़ाइन (This solar-design of scientists will make water from the air)
इस प्रोजेक्ट के एक अधिकारी ने कहा कि "दुनिया की आबादी के एक हिस्से के पास अभी भी स्वच्छ पानी या हरित ऊर्जा तक पहुंच नहीं है, और उनमें से कई शुष्क या अर्ध-शुष्क जलवायु वाले ग्रामीण क्षेत्रों में रहते हैं. हमारा डिज़ाइन स्वच्छ ऊर्जा का उपयोग करके हवा से पानी (Air to Water Converter) बनाता है जो रेगिस्तान और समुद्री द्वीपों जैसे दूरस्थ स्थानों में छोटे पैमाने पर खेतों के लिए उपयुक्त है"
हर क्षेत्र में खेती है अब संभव (Farming is now possible in every field)
इस विशिष्ट प्रणाली को "जल-बिजली-फसल सह-उत्पादन प्रणाली" या "WEC2P" कहा जाता है. फसलों की सिंचाई के लिए अपशिष्ट ताप और संघनित जल वाष्प (Waste heat and Condensed Water Vapor) के लिए एक अद्वितीय हाइड्रोजेल का उपयोग करते हुए, शोधकर्ताओं ने सौर पैनलों की बिजली उत्पादन में 10% की वृद्धि की है. सिंचाई, कृषि और फोटोवोल्टिक (Irrigation, Agriculture and Photovoltaics) का यह डिजाइन एक प्रकार की एकीकृत सौर ऊर्जा के लिए उल्लेखनीय कदम है जिसे एग्रोफोटोवोल्टिक्स कहा जाता है.
एकीकृत सौर-चालित प्रणाली ने हासिल की सफलता (Integrated solar-powered system achieved success)
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि सऊदी अरब की शुष्क जलवायु में, शोध दल ने पिछली गर्मियों में दो सप्ताह के लिए पालक के पौधों के साथ एक प्रूफ-ऑफ-कॉन्सेप्ट मॉडल का परीक्षण किया. असाधारण रूप से गर्म मौसम में भी इस प्रयोग ने 95% सफलता दर प्राप्त की है. इसमें 60 में से 57 बीज अंकुरित हुए और केवल 2 लीटर पानी का उपयोग करके सामान्य ऊंचाई तक बढ़े जो की अपने आप में ही एक सफलता है.
इस परियोजना पर एक शोधकर्ता ने कहा कि "हमारा लक्ष्य स्वच्छ ऊर्जा, पानी और खाद्य उत्पादन की एक एकीकृत प्रणाली बनाना है. इसमें हमारी पहली टीम हाइड्रोजेल विकसित करने पर काम करेगी जो अधिक मात्रा में पानी उत्पन्न कर सकता है. और हमे उम्मीद है कि आगे चलकर इस मॉडल को हर कोई अपनाना चाहेगा".
विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार, 2 मिलियन से अधिक लोग सुरक्षित पेयजल के बिना रहते हैं, 800 मिलियन लोगों के पास किसी भी बिजली की पहुंच नहीं है, और 700 मिलियन लोग भुखमरी से पीड़ित हैं. ऐसे में यह मॉडल उनके लिए किसी वरदान से कम नहीं है.
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