भारत पहली बार विश्व कॉफी सम्मेलन की मेजबानी करने जा रहा है. इसका कॉफी सम्मेलन का प्रमोशन अन्तर्राष्ट्रीय कॉफी संगठन के द्वारा किया जा रहा है. यह आयोजन 25 से 28 सितंबर के बीच बंगलौर में किया जा रहा है. इस 15वें विश्व कॉफी सम्मेलन के कार्यक्रम का थीम, सर्कुलर इकोनॉमी और रीजनरेटिव एग्रीकल्चर के माध्यम से स्थिरता लाना है. इस सम्मेलन में विश्व के प्रसिद्ध कॉफी उत्पादकताओं के द्वारा प्रदर्शनियां, कौशल-निर्माण जैसी कार्यशालाएं भी आयोजित की जाएंगी. इसके अलावा इस सम्मेलन में विभिन्न एग्री कंपनियों के सीईओ और वैश्विक स्तर के नेता भी में शामिल होने जा रहे हैं.
अन्तर्राष्ट्रीय कॉफी संगठन एक प्राथमिक अंतर सरकारी संगठन है, जो दुनिया में कॉफी के व्यापार और उत्पादन को बढ़ावा देता है. इसके अलावा यह कॉफी का सेवन करने वाले देशों के बीच एक सामंजस्य भी स्थापित करता है.
विश्व कॉफी सम्मेलन 2023 के पूर्वालोकन सम्मेलन के दौरान, इस सम्मेलन के लोगों का अनावरण किया गया. इस दौरान भारत के कॉफी बोर्ड के सीइओ और सेक्रेटरी के जी जगादीश ने बताया कि इस बार भारत में होने वाले कॉफी सम्मेलन के ब्रांड एम्बेसडर रोहन बोपन्ना होगें.
यह सम्मेलन अन्तर्राष्ट्रीय कॉफी संगठन, कॉफी बोर्ड ऑफ इंडिया के साथ मिलकर आयोजित कर रहा है. कॉफी बोर्ड के सीइओ के जी जगदीश ने बताया कि यह विश्व कॉफी सम्मेलन एशिया में पहली बार आयोजित किया जा रहा है. इस आयोजन से भारत के किसानों को काफी प्रभावी स्तर पर लाभ मिलने वाले है. इस सम्मेलन से भारत की कॉफी को वैश्विक स्तर पर एक अलग पहचान मिलेगी और साथ ही हमारे देश की कॉफी को विदेशों में भी एक पहचान मिल सकेगी.
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इस विश्व कॉफी सम्मेलन 2023 में 80 से अधिक देशों के कॉफी उत्पादक कर्ता और निर्यातकों के साथ-साथ नीति निर्माता और शोधकर्ताओं के भी भाग लेने की उम्मीद है. इसके पहले विश्व कॉफी सम्मेलन का आयोयन इंग्लैंड (2001), ब्राजील (2005), ग्वाटेमाला (2010) और इथीयोपिया (2016) में किया गया था.
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