Bhubaneswar: उड़ीसा के राज्यपाल प्रोफेसर गणेशी लाल ने 'कृषि ओडिशा 2023' के समापन सत्र में कृषि क्षेत्र के लिए भारत का पहला एआई चैटबॉट ‘अमा क्रुशएआई’ को लांच किया.
‘अमा क्रुशएआई’ चैटबॉट किसानों को 40 से अधिक वाणिज्यिक और सहकारी बैंकों से कृषि से जुड़ी जानकारियां, प्रथाओं, सरकारी योजनाओं और ऋण उत्पादों में मदद करेगा. यह 10,000 से अधिक किसानों को शामिल करने वाली एक पायलट परियोजना के तहत चलेगा और अगले दो महीनों तक राज्य में पूरी तरह से लागू कर दिया जाएगा.
सभा को संबोधित करते हुए राज्यपाल ने किसानों से कृषि को बढ़ावा देने और राज्य को समृद्ध बनाने के लिए राज्य सरकार द्वारा घोषित विभिन्न योजनाओं का लाभ उठाने का आग्रह किया. उन्होंने कहा ‘सभ्यता की शुरुआत कृषि से हुई और सभ्यता की अधिरचना कृषि पर आधारित है. सिर्फ एक किसान ही कृषि में जादू कर सकता है.’
कृषि और किसान अधिकारिता मंत्री रणेंद्र प्रताप स्वैन ने कहा कि कृषि एकमात्र ऐसा क्षेत्र है, जो महामारी के समय में नहीं रुका था. हमारा राज्य उड़ीसा अब कई फसलों में आत्मनिर्भर हो चुका है. उन्होंने कहा कि राज्य देश का चौथा सबसे बड़ा चावल उत्पादक है और दूध, अंडे और मत्स्य पालन में लगभग आत्मनिर्भर है. हमारा यह ईमानदार भरा प्रयास खेती की लागत को कम करने में मददगार होगा. इस लक्ष्य को हासिल करने के लिए हमें कृषि यंत्रीकरण की जरूरत पड़ेगी.
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