United Nations Statistical Commission में भारत को चार वर्ष के लिए चयनित किया गया है. इस चयन के लिए भारत और चाइना दोनों ने ही एक साथ संयुक्त राष्ट्र सांख्यिकी आयोग में आने के लिए अपील की थी. जिसमें भारत को चार वर्ष के लिए चुना गया है. दुनिया के हर महाद्वीप से कई देशों को United Nations Statistical Commission चुना जाता है.
क्या है संयुक्त राष्ट्र सांख्यिकी आयोग
संयुक्त राष्ट्र सांख्यिकी आयोग, संयुक्त राष्ट्र आर्थिक और सामाजिक परिषद् का एक कार्यात्मक आयोग है. जिसकी स्थापना 1947 में की गयी थी. यह आयोग संयुक्त राष्ट्र सांख्यिकी प्रभाग (यूएनएसडी) के काम की देखरेख करता है. वर्तमान में इसके 24 सदस्य राज्य हैं जिनका वितरण भौगोलिक आधार पर आर्थिक और सामाजिक परिषद् द्वारा किया जाता है.
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कौन करता है वोटिंग
United Nations Statistical Commission में सदस्य देशों को चुनने के लिए इकोनॉमिक एन्ड सोशल काउन्सिल के मेंबर ही इन देशों के चुनाव में अपनी वोटिंग करते हैं. वर्तमान में इसमें कुल 54 सदस्यों की संख्या है लेकिन एक सीट खाली होने के कारण 53 सदस्यों ने वोट डाले थे.
कैसे बना भारत इसका सदस्य
वर्ष 2024 से भारत एक बार फिर से संयुक्त राष्ट्र सांख्यिकी आयोग का सदस्य बन गया है. इस बार इसकी सदस्यता के लिए एशिया पेसिफिक से भारत, चीन, यूएई, साउथ कोरिया में से किन्ही दो देशों को चुना जाना था. यह पूरी प्रक्रिया नारकोटिक ड्रग्स पर आयोग और एचआईवी/एड्स (UNAIDS) पर यूएन कार्यक्रम के दौरान वोटिंग के माध्यम से पूरी की गयी थी. इसमें सभी देशों के लिए ही एक संयुक्त वोटिंग का प्रावधान किया गया था जिसमें कुल 53 वोटों में से भारत को 46 वोट मिले और भारत 1 जनवरी 2024 से शुरू होने वाले संयुक्त राष्ट्र के सर्वोच्च सांख्यिकीय निकाय के लिए चुना गया. इसी क्रम में दूसरे नंबर पर साउथ कोरिया 23 वोट, चीन को 19 वोट और यूएई को 15 वोट मिले. इसमें अभी तक वोटिंग के आकड़ों को देखते हुए भारत की सदस्यता कन्फर्म कर दी गयी है जबकि यूएई को बहार कर दिया गया.
अब साउथ कोरिया और चीन में फ़ाइनल होना बचा है. इन दोनों में किसी एक को ही संयुक्त राष्ट्र सांख्यिकी आयोग में सदस्य बनने का मौका मिलेगा.
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