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बीज गोदामों पर किया जा रहा पीएम किसान समाधान दिवस का आयोजन

दस्तावेज़ में अगर आपके नामों में उलट फेर या नाम की स्पेलिंग आधार कार्ड या दिए हुए दस्तावेजों से मेल नहीं खाया, तो आपकी दिसंबर-मार्च की किस्त रुक जाएगी या रोक दी गई होगी. अगर आपका आधार का प्रमाणीकरण नहीं है तब भी आपकी किस्त रोकी जा सकती है.

प्राची वत्स
PM Modi
PM Narendra Modi.

किसानों की आर्थिक सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए केंद्र सरकार ने कई योजनाओं का सहारा लिया है. जिसके तहत किसानों की आर्थिक मदद कर उनके जिंदगी को बदला जा सके.

आपको बता दें कि प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के अंतर्गत जिन किसानों को 10वीं क़िस्त बिना किसी रुकावट के पाना हैं, तो उन्हें गलत दस्तावेजों को समय रहते ठीक करवाना होगा.

दरअसल, दस्तावेज़ में अगर आपके नामों में उलट फेर या नाम की स्पेलिंग आधार कार्ड या दिए हुए दस्तावेजों से मेल नहीं खाया, तो आपकी दिसंबर-मार्च की किस्त रुक जाएगी या रोक दी गई होगी. अगर आपका आधार का प्रमाणीकरण नहीं है तब भी आपकी किस्त रोकी जा सकती है.

ऐसे में सभी उम्मीदवारों से यह उम्मीद की जा रही है कि वो अपने दस्तावेजों में हुई त्रुटियों को समय रहते सुधार लें. इन सारी गलतियों को सुधरवाने के लिए उत्तर प्रदेश के किसानों को योगी सरकार ने बड़ा मौका दिया है. जिसमें से अब आपके पास केवल दो दिन बचे हैं और इन दो दिनों में भी आप आधार, बैंक अकाउंट, आईएफएससी कोड आदि दुरुस्त नहीं करा सके, तो आप 2000 रुपये की किस्त से वंचित हो सकते हैं. ऐसे में सभी किसानो को ध्यान देने की जरुरत है.

पीएम किसान सम्मान निधि योजना से जुड़े लाखों किसान, जो उत्तर प्रदेश के हैं और उनकी किस्त किसी कारण से रुकी हुई है उनके लिए उत्तर प्रदेश कृषि विभाग राज्य के सभी जिलों में 11 अक्टूबर से 13 अक्टूबर तक 'पीएम किसान समाधान दिवस' उनकी सुविधा अनुसार आयोजित कर रहा है.

इस दौरान समाधान दिवस पर मुख्य रूप से इनवैलिड आधार और आधार के अनुसार नाम सही कराया जा रहा है.  इस पूरी प्रक्रिया के तहत सरकार यह भी कोशिश कर रही है कि इसमें होने वाली धांधली को रोका जा सके और सही उम्मीदवारों तक सरकार का पैसा पहुँच पाए.

सरकारी डेटा के मुताबिक, देशभर में अगस्त-नवंबर की 2000 रुपये की लाखों किसानों की किस्त अभी लटकी हुई है. जिसमें सबसे ज्यादा पश्चिम बंगाल के 1751736 किसान हैं, जबकि 3388 किसानों का पेमेंट फेल हो गया है. वहीं,  दूसरे नबंर पर ओडिशा है,  जहां के 1057251 किसानों की पेमेंट लटक गई है. तीसरे स्थान पर काबिज उत्तर प्रदेश के 658376 किसानों की किस्त लटक गई है. इस बार पेमेंट फेल होने वाले लाभार्थियों की सबसे ज्यादा संख्या उत्तर प्रदेश के किसानों की है. यहां 121676 किसानों के खातों में पैसा पेमेंट फेल होने की वजह से पहुंचा ही नहीं है.

यह भी पढ़ें: Double Income: PM Kisan Yojana की राशि होगी डबल, हर साल 6 हजार की जगह पर मिल सकते हैं 12 हजार रुपए

सरकार ने पुराने डेटा को ध्यान में रखते हुए इस बार सभी उम्मीदवार किसानों से खासकर कहा है कि समय रहते इस पर काम कर लें, ताकि 10वीं क़िस्त पाने से वंचित न रह पाएं.

English Summary: Improvements will have to be made for the 10th installment of PM-Kisan Samman Nidhi Published on: 12 October 2021, 05:18 PM IST

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