देश में दाल का उत्पादन और खपत बड़े पैमाने में की जाती है, ऐसे दिन प्रतिदिन बढ़ती महंगाई के बीच लोगों की जेब भी ढीली होती जा रही है. एनएसो द्वारा जारी आंकड़ो की मानें तो बीते 8 सालों में लोगों की प्रति व्यक्ति आय 86647 रुपए से बढ़कर 172000 रुपए हो गई है.
लेकिन वहीं जहां एक तरफ लोगों की आय में बढ़ोतरी हो रही है, वहीं दूसरी तरफ महंगाई भी लोगों के घरों में अटैक करने का एक भी मौका नहीं छोड़ रही है. ऐसे में अब केंद्र सरकार ने होली से पहले आम जनता को खुशखबरी दी है. बता दे कि सरकार ने साबुत तुअर दाल में लगने वाले 10 फीसदी सीमा शुल्क को हटा दिया है. सरकार ने यह फैसला साबुत तुअर की दालों में मनचाही अनियंत्रित कीमतों को कम करने के लिए लिया है.
बता दें कि केंद्रीय अप्रत्यक्ष कर एवं सीमा शुल्क बोर्ड (CBIC) ने 3 मार्च को एक अधिसूचना जारी की, जिसमें कहा गया कि 4 मार्च से साबुत तुअर की दालों में कोई भी सीमा शुल्क नहीं लगाया जाएगा. तो वहीं दूसरी तरफ साबुत तुअर दाल से परे बाकी सभी तुअर उत्पादों में 10 फीसदी की दर से सीमा शुल्क लगता रहेगा.
कम उत्पादन की आशंका से लिया गया फैसला
बताया जा रहा है कि सरकार ने यह फैसला देश में तुअर दाल के कम उत्पादन की संभावना को देखते हुए लिया गया है.
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कृषि मंत्रालय के शुरुआती अनुमानों अनुसार जुलाई 2022-जून 2023 सत्र में तुअर दाल के उत्पादन में गिरावट के साथ 38.9 लाख टन रहने की संभवना है, जो कि बीते सत्र में 43.4 लाख टन था. ऐसा इसलिए है कि इस बार वक्त पर बारिश ना होने के कारण फसल को भारी नुकसान झेलना पड़ा है, जिसका असर अब उत्पादन में भी देखने को मिलेगा.
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