किसानों को नई तकनीक के सहारे सिंचाई, खेती रोपाई एवं बुवाई समेत प्राकृतिक खेती का प्रशिक्षण एवं बढ़ावा देने के लिए हिमाचल प्रदेश सरकार ने अनोखा कदम उठाया है. दरअसल प्राकृतिक खेती की महत्वता एवं उसके लाभ के बारे में अवगत कराने के लिए सरकार ने किसानों को बेस्ट राज्यों के मॉडल को समझाने का फैसला किया है. योजना के तहत सरकार कुल पांच हजार किसानों को महाराष्ट्र, आंध्र प्रदेश, गुजरात का दौरा कराएगी, जिससे लोग जीरो खेती की महत्वता समझ सकें.
इस योजना के तहत किसानों को प्राकृतिक खेती के बारे में अच्छे से पढ़ाया एवं प्रशिक्षण दिया जायेगा. प्रशिक्षण में किसानों को फसल में उत्पादकता बढ़ाने के तरीकें, वैज्ञानिक दृष्टिकोण से खेती, भूमि की जाँच एवं फसलों के लिए आवश्यक तत्वों की जरूरतों आदि के बारे में प्रशिक्षण दिया जायेगा.
जीरो बजट खेती के तहत 50 हजार किसानों का है टारगेटः
इस बारे में कृषि विभाग ने बताया कि आज के समय में जल-वायु तेजी से बदलती जा रही है, जिसके कारण खेती जहरीली होती जा रही है. ऐसे में जरूरी है कि हम प्राकृतिक खेती की तरफ एक बार फिर जाये. इसी बात को ध्यान में रखते हुए सरकार ने किसानों को अलग-अलग राज्यों में विजिट करवाने एवं प्रशिक्षण देने का फैसला किया है.
बता दें कि इस बार कृषि विभाग द्वारा 50 हजार किसानों को प्राकृतिक खेती से जोड़ने का लक्ष्य रखा गया है. इस काम को पूरा करने के लिए जहां एक तरफ बड़े स्तर पर किसानों से संपर्क बनाने की कोशिश की जाएगी, तो वहीं फार्मर्स को प्राकृतिक खेती के तरीके, फायदें एवं कमाई के बारे में लाइव समझाया जाएगा. प्राप्त जानकारी के मुताबिक 170 से अधिक किसानों को इस योजना का फायदा पहले ही मिल चुका है.
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