उत्तराखंड की सरकार (Uttarakhand Government) ने अपने राज्यवासियों को एक बड़ी खुशखबरी दी है. राज्य सरकार के इस फैसले से पहाड़ लौटे प्रवासियों समेत सभी आम आदमी को एक बड़ी राहत मिली है. दरअसल, अब उत्तराखंड के लोगों को सस्ता राशन (Ration) लेने के लिए दर-दर भटकना नहीं पड़ेगा. जी हां, राज्य खाद्य आपूर्ति विभाग ने 1 जुलाई से राज्य में वन नेशन वन राशन कार्ड योजना (one nation one ration card scheme) लागू कर दी है. इसको राष्ट्रीय खाद्य योजना (National food scheme) के तहत लागू की गई है.
राशनकार्ड धारक किसी भी दुकान लें राशन
राज्य में इस योजना के लागू होने के बाद राशनकार्ड धारक किसी भी सस्ते-गल्ले की दुकान से राशन खरीद सकते हैं. कोरोना और लॉकडाउन में दूसरे राज्यों से घर वापस आए प्रवासियों को भी इस योजना का लाभ मिल पाएगा. खास बात है कि इस योजना के जरिए दूसरे राज्यों में बने राशन कार्ड से भी प्रवासियों को सस्ता राशन उपलब्ध कराया जाएगा. बता दें कि मौजूदा समय में यह योजना राज्य की 9200 सस्ता गल्ला दुकानों में से केवल 7500 दुकानों में ही लागू हो पाई है, क्योंकि इन्हीं सस्ता गल्ला दुकानों में अभी तक बायोमेट्रिक मशीन लगी है.
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मशीन पर अंगूठा लगाते ही मिलेगा सस्ता राशन
राज्य के लोग अब राशन कार्ड में बिना कोई बदलाव करवाए किसी भी सस्ता-गल्ला विक्रेता से सस्ता राशन ले सकते हैं. यह योजना मोबाइल नंबर पोर्टेबिलिटी की तरह काम करेगी. मतलब, जिस तरह आप बिना नंबर बदले अपना सर्विस प्रोवाइडर बदल सकते हैं, ठीक वैसे ही जानकारी के लिए बता दें कि राज्य में लगभग 9200 सस्ते गल्ला दुकानें हैं, जिनके जरिए लगभग 23 लाख से अधिक राशन कार्ड धारकों को सस्ता राशन दिया जाएगा. वन नेशन वन राशन योजना को 1 जुलाई से राज्य की लगभग 7500 दुकानों में लागू किया गया है. अभी फिलहाल इन दुकानों से ही सस्ता राशन ले सकते हैं, क्योंकि यहां बायोमेट्रिक मशीनें लग पाई हैं. राशनधारकों को मशीन पर अंगूठा लगाने के बाद सस्ता राशन उपलब्ध कराया जाएगा.
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