बाघों की घटती संख्या और इसके संरक्षण के प्रति जागरूकता बढ़ाने के लिए हर साल जुलाई 29 को अंतराष्ट्रीय बाघ दिवस मनाया जाता है. इस मौके पर पीएम नरेंद्र मोदी ने दिल्ली में 2018 में हुई बाघों की गणना के ताजा आंकड़ों को जारी कर दिया है. इस मौके पर पीएम ने कहा कि आज गर्व के साथ कह सकते है कि भारत में करीब 3 हजार बाघ है. वर्ष 2014 के मुकाबले बाघों की संख्या में 741 बढ़ोतरी हुई है.
कब मनाने की शुरूआत हुई
बाघ संरक्षण के काम को प्रोत्साहित करने के लिए, उनकी घटती संख्या के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए वर्ष 2010 में रूस के सेंट पीटर्सबर्ग में आयोजित एक शिखर सम्मेलन में अंतर्राष्ट्रीय बाघ दिवस को मनाने की घोषणा हुई थी. इस सम्मेलन में मौजूद कई देशों की सरकारों ने 2020 तक बाघों की आबादी को दोगुना करने का लक्ष्य तय किया गया था.
प्रधानमंत्री मोदी ने जारी की रिपोर्ट
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ऑल इंडिया टाइगर अनुमान 2018 को जारी किया है. इस अवसर पर पीएम मोदी ने कहा कि बाघों की जनगणना के प्रत्येक परिणाम प्रत्येक भारतीय और हर प्रकृति प्रेमी को खुश कर देंगे. पीएम ने कहा कि आज हम गर्व के साथ कह सकते है कि लगबग 3 हजार बाघों के साथ भारत दुनिया के सबसे बड़े और सबसे सुरक्षित हैबिटेट में से एक है. पीएम ने कहा कि मैं इस क्षेत्र से जुड़े हुए लोगों से यही कहूंगा कि जो कहानी एक था टाइगर के साथ में शुरू होकर टाइगर जिंदा है तक पहुंची है. वो वहीं न रूके. केवल टाइगर जिंदा है. टाइगर संरक्षण से जुड़े कार्य के जो प्रयास है उनका और विस्तार होना चाहिए.
देश में बढ़ा फॉरेस्ट क्षेत्र
पीएम मोदी ने कहा कि पिछले पांच वर्षों में जहां अगली पीढ़ी हेतु इंफ्राक्ट्र्चर के लिए तेजी से कार्य हुआ है, वहीं पर फॉरेस्ट कवर भी तेजी से बढ़ रहा है. देश में संरक्षित क्षेत्रों की संख्या में बढ़ोतरी हुई है. उन्होंने आंकड़ों की चर्चा करते हुए कहा कि वर्ष 2014 में देश में संरक्षित क्षेत्रों की संख्या 692 थी जोकि इस साल 2019 में बढ़कर 860 से अधिक हो गई है. उन्होंने कहा कि कम्यूनिटी रिजर्व की संख्या भी साल 2014 के 43 से बढ़कर अब सौ से अधिक हो गई है.
मध्यप्रदेश फिर बना टाइगर स्टेट
मध्यप्रदेश को एक बार फिर से पहला टाइगर रिजर्व का दर्जा प्राप्त हो गया है. इस रेस में मध्यप्रदेश ने कर्नाटक को पछाड़ दिया है. मध्यप्रदेश ने 526 टाइगर के साथ पहला स्थान पाया है. कर्नाटक 524 टाइगरों के साथ दूसरे स्थान पर जबकि उत्तराखंड 442 टाइगरों के साथ तीसरे नंबर पर आया है. बता दें कि किसी भी राज्य का टाइगर स्टेट का दर्जा वहां बाघों की संख्या वहां बाघों की संख्या की सबसे ज्यादा मौजूदगी के आधार पर दिया जाता है. हालांकि इससे पहले संभावना जताई जा रही थी कर्नाटक या फिर उत्तराखंड को यह दर्जा मिल सकता है लेकिन मध्यप्रदेश ने फिर इसमें बाजी मार ली. मध्य प्रदेश को टाइगर स्टेट का दर्जा मिलने पर राज्य के मुख्यमंत्री कमलनाथ ने खुशी जाहिर की और प्रदेश के लोगों को इस अवसर पर बधाई भी दी है.
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