दुनिया के बीस बड़ी अर्थव्यवस्था वाले देशों ( संगठन जी-20) ने कोरोना वायरस (कोविड 19) महामारी से निपटने के लिए एक बैठक की. इस बैठक के दौरान सभी देशों के प्रतिनिधियों ने कृषि उत्पाद, दवा और चिकित्सा उपकरणों की आपूर्ति बनाए रखने की प्रतिबद्धता व्यक्त की है.
केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय ने जानकारी दी है कि 25 मार्च को हुई जी-20 बैठक में भारत का प्रतिनिधित्व केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने किया है. बता दें, इस बार जी-20 समिट कोरोना वायरस से निपटने के लिए की गई. यह बैठक वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम आयोजित की गई.
इस बैठक में सभी देशों ने कोरोना वायरस से उत्पन्न स्थिति से निपटने के लिए कृषि उत्पाद, चिकित्सा उपकरण और दवाओं की आपूर्ति पर सहमति व्यक्त की. जी-20 में की बैठक में सभी देशों के मंत्रियों ने कोरोना महामारी के दौरान और उसके बाद अर्थव्यवस्था की मजबूती बरकारार रखने की प्रतिबद्धता भी व्यक्त की.
बैठक की समाप्ति में एक बयान जारी किया गया. इस बयान में कहा गया कि कोरोना महामारी मानवता के लिए एक बड़ा संकट है. इसका सामना करने के लिए सभी देशों को एक साथ मिलकर करना चाहिए, नहीं तो ये और विनाशकारी रूप लेगा.
क्या है जी-20
बीस वित्त मंत्रियों और सेंट्रल बैंक के गवर्नर के समूह को जी-20 कहा जाता है, जिसमें 19 देश और यूरोपीय संघ शामिल हैं. इसका प्रतिनिधित्व यूरोपीय परिषद के अध्यक्ष और यूरोपीय केंद्रीय बैंक द्वारा किया जाता है. 12वें जी-20 शिखर सम्मेलन का आयोजन 7 और 8 जुलाई 2017 को हैम्बर्ग {जर्मनी} में चान्सलर एन्जेला मर्केल की अध्यक्षता में संपन्न हुआ था.
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