सरकारी क्षेत्र में काम कर रहे सभी सरकारी कर्मचारियों के लिए एक अच्छी खबर है. मोदी सरकार जल्द से जल्द लेबर कोटड के नियमों को लागू करने की तैयारी कर रही है. यह नियम 1 जुलाई 2022 से लागू होने की सम्भावना है.
लेबर कोड के नियम लागू होने से कर्मचारियों के ऑफिस में काम करने की समय सीमा 8, 9 घण्टे से बढ़कर 12 घण्टे की हो सकती है. चूँकि यह नियम सभी राज्यों ने नहीं बनाए हैं, इसलिए लेबर कोड के नियमों को लागू करने के लिए करीब 3 - 4 महीने लग सकते हैं. लेबर कोड लागू होने से आपके हाथ आयी सैलरी पर भी इस श्रम कानून का असर पड़ेगा. आइये जानते हैं लेबर कोड के नियम लागू होने से आप पर क्या कुछ प्रभाव पड़ सकता है.
वेतन घटेगा और पीएफ बढ़ेगा (Salary Will Decrease and PF Will Increase)
नए ड्राफ्ट रूल्स अनुसार कर्मचारियों के पीएफ उनके बेसिक सैलरी के आधार पर मिलता है. बेसिक सैलरी कुल वेतन का 50 प्रतिशत या उससे अधिक होना चाहिए. मूल वेतन बढ़ने से कर्मचारियों के पीएफ बढ़ेगा, इससे कर्मचारियों का वेतन में कटौती होगी.
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काम के घंटे में होगी बढ़ोत्तरी (Working Hours Will Increase)
लेबर कोड नियम के लागू होने से कर्मचारियों के काम करने की समय सीमा 12 घंटे बढ़ सकती है, लेकिन काम करने के दिन काम कर दिए जायेंगे. यानि अब हफ्ते में 2 दिन नहीं, बल्कि तीन दिन की छुट्टी मिलेगी.
बढ़ सकती है रिटायरमेंट की राशि (Retirement Amount May Increase)
लेबर कोड नियम के लागू होने से कर्मचारियों के रिटायरमेंट की राशि को भी बढ़ा दिया जायेगा. जी हाँ, ज्यादा भुगतान वाले अधिकारियों के वेतन संरचना में सबसे ज्यादा बदलाव होगा. इस वजह से वो सबसे ज्यादा प्रभावित भी होंगे. पीएफ और ग्रेच्युटी बढ़ने से कंपनियों की लागत में भी बढ़ोत्तरी होगी .
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