आजकल बढ़ती महंगाई के बीच पशुपालन करने वाले किसानों को काफी नुकसान हुआ है, इसलिए सरकार की तरफ से पशुपालन को बढ़ावा देने के लिए कई योजनाएं संचालित की जा रही हैं. इसी कड़ी में मत्स्य पालन करने वाले किसानों के लिए एक अच्छी खबर है.
बता दें कि असम राज्य में मछली पालकों के लिए फिशवाले ऐप (Fishwale App) लॉन्च किया गया है. इस ऐप से मत्स्य पालन करने वाले किसान को काफी लाभ मिलेगा.
दरअसल, मत्स्य पालन ( Fisheries) ग्रामीण क्षेत्रों में एक मजबूत व्यवसाय उभरकर सामने आया है. इसमें कम लागत के साथ – साथ अच्छा मुनाफा प्राप्त होता है, इसलिए असम के मत्स्य विभाग ने इस ऐप को लॉन्च किया (Launched The App) है. इस ऐप को भारत का पहला ई फिश मार्केट ऐप कहा जा रहा है. इस ऐप को राज्य के मत्स्य विभाग के सहयोग से एक्वा ब्लू ग्लोबल एक्वाकल्चर सॉल्यूशंस प्राइवेट लिमिटेड द्वारा विकसित किया गया है.
ई – फिश मार्केट ऐप की खासियत (Features Of E-Fish Market App)
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ई – फिश मार्केट ऐप के माध्यम से पशुपालक मछली की खरीद उसकी बिक्री एक जगह एक साथ कर सकते हैं.
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जलीय कृषि उपकरण और दवा, मछली फ़ीड और मछली बीज ऑनलाइन एक ही प्लेटफॉर्म पर बेचने पर मदद मिलेगी.
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ऐप के जरिये मछली पालन समुदाय के सदस्यों को उनके मत्स्यप्लन के व्यवसाय में अच्छा मुनाफा प्राप्त होगा
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इस ऐप के माध्यम से बिचौलियों की मदद की जरुरत नहीं होगी.
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मछली पालन सम्बंधित सभी जानकारियां प्राप्त होंगी.
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आप इस ऐप को स्मार्ट फ़ोन के प्ले स्टोर में जाकर डाउनलोड कर प्राप्त कर सकते हैं
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मछली पालन में लगने वाली लागत (How Much Does It Cost To Start A Fish Farm)
मत्स्य पालन के लिए तालाब बनाने में कम से कम 30 से 50 हजार रुपए के बीच लागत लगती है. इसके साथ ही मछलियों के खाने , बीज, पानी और बिजली का खर्चा मिलाकर 1 से 1.5 लाख रूपय तक का खर्चा आता है. यानि इस व्यापार को अच्छे स्तर पर शुरू करने के लिए आपको कम से कम 2 लाख रुपए की जरूरत होगी.
मछली पालन से होने वाला मुनाफा (Fish Farming Profit Margin In India)
मत्स्य पालन में एक ऐसा व्यवसाय है, जिसमें लागत कम और अधिक मुनाफा प्राप्त किया जा सकता है. यदि आप मत्स्य पालन में एक लाख रुपय लगाते हैं, तो आपको कम से कम 3 गुना ज्यादा मुनाफा प्राप्त होगा.
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