केंद्र सरकार द्वारा बनाए गए तीन कृषि कानूनों (New Farm Law) के खिलाफ किसान कई महीनों से दिल्ली (Delhi) की सरहदों पर डेरा जमाए हुए हैं. इस दौरान उन्होंने एक बार बड़ा ऐलान कर दिया है. जानकारी के मुताबिक, दिल्ली की सरहदों पर आंदोलन (Kisan Andolan) कर रहे किसान 10 अप्रैल को कुंडली-मानेसर-पलवर एक्सप्रेसवे को 24 घंटे के लिए बंद करेंगे. इसके अलावा किसान मई में पैदल संसद मार्च भी निकाल सकते हैं.
आपको बता दें कि संयुक्त किसान मोर्चा ने संगठन की आगामी 2 महीने की रणनीति की जानकारी दी है. इसके दौरान किसानों का कहना है कि संयुक्त किसान मोर्चा की बैठक में तय किया गया है कि किसान संसद तक मार्च निकालेंगे. फिलहाल, अभी मार्च की तारीख पर तय नहीं की गई है.
मार्च का हिस्सा बनेंगे ये लोग
आंदोलन कर रहे किसानों के पैदल मार्च में किसान तो शामिल होंगे ही, लेकिन इसके साथ ही आंदोलन (Kisan Andolan) का समर्थन करने वाली महिलाएं, बेरोजगार युवक और श्रमिक भी हिस्सा लेंगे. बताया गया है कि यह पैदल मार्च पूरी तरह शांतिपूर्ण निकाला जाएगा. इस दौरान विशेष ध्यान रखा जाएगा कि 26 जनवरी की घटना एक बार फिर से न दोहराई जाए.
किसानों का कहना है कि अगर संसद मार्च के दौरान पुलिस की कार्रवाई होती है, तो प्रदर्शनकारियों को नियंत्रण करने के लिए समिति का गठन किया जाएगा. इसके साथ ही किसानों को स्पष्ट कर दिया गया है कि संयुक्त किसान मोर्चा हर तरह की हिंसा की निंदा करता है. अगर उनके द्वारा किसी संपत्ति को नुकसान पहुंचाया जाता है, तो उन्हें इसका जुर्माना चुकाना होगा.
इसके साथ ही 6 मई को किसान आंदोलन में जान गंवाने वाले किसानों के सम्मान में एक खास कार्यक्रम आयोजित होगा. इसके अलावा श्रम दिवस और अंबेडकर जयंती पर कई तरह के कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे.
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