हरियाणा के पशुपालकों के लिए अच्छी खबर है. दरअसल हरियाणा में 50 पशुओं तक की डेयरी स्थापना खर्च में 25 फीसदी की छूट दी जा रही है. हरियाणा सरकार ने कहा है कि वो पशुपालन एवं डेयरी विभाग द्वारा प्रदेश की प्रति व्यक्ति दुग्ध उपलब्धता में बढ़ोत्तरी करने एवं डेयरी व्यवसाय से बेरोजगार नवयुवकों को स्वरोजगार देने के उद्देश्य से दुग्ध एवं डेयरी से संबंधित कईं नई योजनाएं चला रही हैं.
देश को मिली 35 फसलों की नई किस्में
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कृषि जगत को बड़ा तोहफा दिया हैं. दरअसल पीएम मोदी ने 35 फसलों की नई वैरायटी को देश के किसानों को समर्पित किया. इसके अलावा, पीएम द्वारा नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ बायोटिक स्ट्रेस टॉलरेंस रायपुर के नए परिसर का भी लोकार्पण किया गया.
15 राज्यों के दिव्यांगजनों को मिला हुनरबाज पुरस्कार
भारत में तकरीबन 55 से 60 प्रतिशत जनसंख्या कृषि पर आधारित है. यही वजह है कि भारतीय अर्थव्यवस्था काफी हद तक ग्रामीण क्षेत्रों पर निर्भर है. ऐसे में ग्रामीण विकास मंत्रालय के अंतर्गत राष्ट्रीय ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज संस्थान हैदराबाद ने अंत्योदय दिवस के मौके पर 15 राज्यों के 75 दिव्यांगजनों को हुनरबाज पुरस्कार देकर सम्मानित किया.
मक्का खरीद केंद्र न खुलने से किसान हुए परेशान
हिमाचल सरकार ने प्रदेश के मक्का उत्पादक किसानों को उनके हाल पर छोड़ दिया है. दरअसल, केंद्र सरकार ने भले ही मक्के का MSP 1850 रुपये प्रति क्विंटल निर्धारित कर रखा है, लेकिन प्रदेश में मक्का खरीद केंद्र न खुलने से किसानों को MSP का लाभ नहीं मिल रहा.
CSC ने SMP एग्रो से मिलाया हाथ
किसानों को अपने उत्पादों को बेचने के लिए कई प्रकार की समस्याओं का सामना करना पड़ता है. इन समस्या को देखते हुए CSC एग्रो मार्ट सुविधा की शुरुआत की गयी है. जिसका उद्देश्य पीएम मोदी के ‘वोकल फॉर लोकल’ नारे के जरिए किसानों को विकास की ओर ले जाना है. इसीलिए झारखंड के किसानों के लिए CSC ने एक वेबिनार का आयोजन किया. जहां किसानों को बिचौलियों से कैसे बचाया जाए, इस विषय पर चर्चा की गयी. बता दें CSC के सीनियर वाइस प्रेसिडेंट नवीन चौधरी ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि हमारा काम किसानों के खेतों से उपज उठाकर ऑनलाइन बेचना है और किसानों के खेतों में सही कीमत पहुंचाना है. इसे सफल बनाने के लिए CSC ने SMP ग्रुप के साथ मिलकर यह कदम उठाया है
वैज्ञानिकों ने दी मशरूम से ज्यादा कमाई की जानकारी
चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविधालय हिसार के सायना नेहवाल कृषि प्रौद्योगिकी, प्रशिक्षण एवं शिक्षा संस्थान द्वारा मशरूम की खेती एवं उत्पादन तकनीक पर ऑनलाइन व्यावसायिक प्रशिक्षण आयोजित किया गया. जिसमें हरियाणा, उत्तराखंड, मध्य प्रदेश, बिहार समेत राजस्थान और पंजाब के किसानों ने हिस्सा लिया. तो वहीं संस्थान के सह निदेशक डॉ. अशोक कुमार गोदारा ने कहा कि अक्टूबर महीने में फिर से ऑनलाइन और ऑफलाइन प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित कर किसानों को मशरूम की खेती से जुड़ी अहम जानकारी दी जाएगी.
पपीते की खेती करने वाले किसानों के लिए बड़ी खबर
बरसात के मौसम में पपीते के पौधों में एक नई बीमारी लगने लगी है, जिसका नाम है एस्परस्पोरियम कैरिका, जिसे पहले सेरकॉस्पोरा कारिकाई नाम से जाना जाता था, जो पूरी फसल को बर्बाद कर देती है. लेकिन किसान इस बीमारी से घबराएं नहीं, बल्कि इससे निपटने के लिए वैज्ञानिकों से सलाह लें अथवा पौधों पर कॉपर ऑक्सीक्लोराइड का छिड़काव करें.
Share your comments