केंद्रीय कृषि राज्य मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने कृषि के साथ आयुर्वेद को जोड़ने की बात कही है। दरअसल उन्होंने डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन आयुर्वेद विश्वविद्दालय के 16 वें स्थापना दिवस के अवसर पर बतौर मुख्य अतिथि संबोधित करते हुए कहा कि आज के समय में कृषि एवं आयुर्वेद को एक साथ मिलकर काम करने की जरूरत है क्योंकि कृषि के व्यवसाय स्थापित करने के उद्देश्य से यह एक अच्छा विचार है.
तो वहीं कृषि से आय दोगुनी करने के संदर्भ में उन्होंने कहा कि आयुर्वेद की प्रचलन देश में बढ़ाने के लिए भी एक सफल कदम होगा जिससे किसान आय दोगुनी कर सकते हैं। इसके अतिरिक्त यदि बात आयुर्वेद की करें तो पूरे विश्व में आज आयुर्वेद काफी प्रसिद्द होता जा रहा है। इस दौरान भारत में भी इस पर कार्य करते हुए एक नया आयाम दिया जा सकता है।
कृषि राज्य मंत्री ने कहा कि वास्तव में इस दिशा में कार्य करने के लिए अनुसंधान पर खास ध्यान देने की जरूरत है तो वहीं किसानों के मध्य जागरुकता बढ़ाने के लिए सेमिनार आयोजित करने होंगें जिससे किसानों को जड़ी-बूटी औषधि रूपी फसलों के उत्पादन की विविध जानकारी मिल सकेगी तथा वह इनकी खेती कर सकेंगे।
कार्यक्रम के अवसर पर विश्वविद्दालय के कुलपति राधेश्याम शर्मा ने कहा कि विश्वविद्दालय ने आयुर्वेद को बढ़ावा देने के मद्देनज़र एक विशिष्ट संस्थान के रूप में उभरा है।
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