किसानों को मुफ्त मिलता है 7.5 HP का सोलर वाटर पंप, जानिए अन्य कृषि संबंधित खबरें
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री ने किसानों की मदद के लिए किसान उदय योजना शुरू की है. इसका मकसद किसानों की आय दुगनी करना और खेतों में कम लागत में अधिक पैदावार करना है. योजना के मुताबिक, साल 2022 तक प्रदेश के 10 लाख किसानों को मुफ्त में पंप सेट दिए जाएंगे.
प्रेरणा स्त्रोत बनी ये महिला किसान
महिला किसानों के लिए प्रेरणा स्त्रोत का काम कर रही राजस्थान की मन्नु कनवर ने 5 हजार रुपए की लागत से घर में ही मशरुम की खेती शुरु की और अपना खुद का एक अलग Aamalda Organic नाम से brand स्थापित किया, इस बारे में Krishi Jagran के Women Farmer the Brand Live Event में उन्होंने क्या कुछ जानने के लिए इस लिंक पर क्लिक करें https://youtu.be/aIMKED5f1SU
रिटायर्ड कर्नल बने ‘गाजर मैन’
बुलंदशहर के रिटायर्ड कर्नल सुभाष चंद्र देसवाल ने 18 साल पहले पारंपरिक की जगह इंग्लिश गाजर किस्म की खेती करनी शुरू की. जो जम्मू-कश्मीर से लेकर कन्या कुमारी तक काफी लोकप्रिय हो गई है और अब वह लोगों को इस खेती से संबंधित रोजगार भी दे रहे हैं जिससे लोग अच्छा खासा मुनाफा कमा रहे हैं.
कोरोना संक्रमण ने बढ़ाई उत्पादकों की चिंता
कोरोना संक्रमण ने आम उत्पादकों की चिंता बढ़ा दी है. इस बार पैदावार अच्छी होने की संभावना है, लेकिन हालात खराब रहे तो यह बिकेगा कैसे, इसे खाएगा कौन? इसका एक्सपोर्ट कैसे होगा? इन सवालों से उत्पादक काफी परेशान हैं. इसी के चलते मैंगो ग्रोअर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया के अध्यक्ष इंसराम अली ने सरकार से सहयोग मांगते हुए कहा कि “आम का ट्रांसपोर्टेशन न रोका जाए. मंडियां कोरोना प्रोटोकॉल के साथ शाम को भी खोली जाएं. आम खरीदने के लिए बाहर से आने वाले व्यापारी को सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए आने दिया जाए.
लड़कियों ने बनाया बायोडिग्रेडेबल योगा मैट
असम की 6 लड़कियों ने एक बायोडिग्रेडेबल योगा मैट बनाया है. लड़कियों के इस इनोवेशन से दीपोर बील के पर्यावरण संरक्षण और स्थितरता में महत्वपूर्ण योगदान मिल सकता है. इस झील पर निर्भर परिवारों के लिए आजीविका भी सुनिश्चित हो सकती है. इस बायोडिग्रेडेबल मैट का नाम मूरहेन योगा मैट रखा गया है, जिसे जल्द ही विश्व बाजार में पेश किया जाएगा.
15 मई तक कृषि विवि बंद
कोरोना संक्रमण के बढ़ते दायरे को देखते हुए सरदार वल्लभ भाई पटेल कृषि एवं प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय को 15 मई तक बंद करने का निर्णय लिया गया है. मंगलवार को कुलपति और कुलसचिव ने निदेशक और प्राध्यापकों के साथ वर्चुअल बैठक कर यह निर्णय लिया. बता दें इस बीच विश्वविद्यालय परिसर में आवश्यक सेवाएं जारी रहेंगी.
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