भारत के लगभग हर घर में तोरई की सब्जी चाव से खायी जाती है और इसको जब बिना छिलके वाली मूंग की दाल के साथ, कुकर में पकाते है तो स्वाद कई गुना बढ़ जाता है. तोरई थोड़ी, गिलकी की सब्जी की तरह दिखती है और किसान भाइयों आपको पता होगा कि तोरई की खेती कर मुनाफा कमाया जा सकता है, लेकिन कृषि जागरण के इस लेख में पढ़िए एक ऐसी जानकारी जिसके जरिए आप सूखी तोरई से भी कमाई कर सकते हैं. जी हां, किसानों के लिए सूखी तोरई भी मोटी कमाई का जरिया बन सकती है.
दरअसल, आज का दौर बदल रहा है. ऐसे में एक बार फिर लोग दादी-नानी के जमाने की चीजों का उपयोग करने लगे हैं. कई लोगों ने बचपन में तोरई का उपयोग लूफा (Loofah) के तौर पर किया होगा. जी हां, तोरई भी एक प्रकार का प्राकृतिक लूफा है. आज भी ग्रामीण क्षेत्रों के लोग फाइबर या प्लास्टिक लूफा को छोड़कर सूखी तोरई का उपयोग करते हैं.
क्या है लूफा (What is loofah)
लूफा तोरई, लौकी या ककड़ी के समान फलों में पाए जाने वाले रेशेदार पदार्थों से बनता है. यह सूखी त्वचा को एक्सफोलिएट करके चिकना और नर्म बनाता है. आपको बता दें कि सूखी तोरई का लूफा (Loofah) हजारों में बिक रहा है.
अमेजन पर बिक रहा लूफा (Loofah sold on amazon)
लूफा ऑनलाइन शॉपिंग वेबसाइट अमेजन में 50 रुपए से लेकर 500 रुपए तक बिक रहा है. इसमें बताया गय़ा है कि सूखी तोरई का पौधा इको फ्रेंडली बॉडी स्क्रबर है. यह प्लास्टिक स्क्रबर का विकल्प है, जो कि शरीर पर जमा गन्दगी और मृत त्वचा को हटाने में काफी फायदेमंद होता है.
कनाडा में सूखी तोरई की कीमत (Dry luffa price in canada)
जानकारी के लिए बता दें कि कनाडा की एक कंपनी ने सूखी तोरई की कीमत अर्थात प्राकृतिक लूफा की कीमत लगभग 21.68 डॉलर तय की है यानि लगभग 1613 रुपए . इसके साथ ही कंपनी द्वारा इसके फायदे भी बताए हैं कि यह पूरी तरह जैविक है.
लूफा में होते हैं कई औषधीय गुण (Loofa has many medicinal properties)
आप जानकार हैरान हो जाएंगे कि लूफा में कई औषधीय गुण पाए जाते हैं, इसलिए ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में इसका उपयोग खूब किया जाता है. इसका उपयोग नहाने के लिए होता है, तो वहीं बर्तन धोने और कपड़े रगड़ने के लिए भी होता है. इसके अलावा गद्दों को भरने, ज्वेलरी बनाने, पेंटिग करने, पानी का फिल्टर करने और सजावट करने में लूफा का उपयोग होता है. सैनिकों के हेलमेट में भी इससे पैडिंग की जाती है.
घर में तोरई उगाकर पाएं लूफा (Get loofah by growing Luffa at home)
कमाल की बात यह है कि अपने घर के किचन गार्डन और टेरेस गार्डन में तोरई की खेती कर लूफा प्राप्त कर सकते हैं. इसके लिए लूफा को पौधे से तोड़े नहीं, बल्कि पौधे में ही सूखने दें. जब यह सूख जाए, तब उसे तोड़कर उसके दोनों सिरो को काट लें और पानी में भिगोकर रख दें. जब यह नरम हो जाए, उसके बाद छिलके और बीज निकाल लें. इसके बाद अच्छे से सूखा दें. इस तरह आपका लूफा तैयार हो जाएगा. ध्यान दें कि इसमें नमी रहनी चाहिए, नहीं तो यह खराब हो जाएगा.
किसान कमाएं मुनाफ़ा (Farmer earn profit)
कई बार किसानों को तोरई की फसल की ज्यादा कीमत नहीं मिल पाती है, इसलिए किसान इसे तोड़ते भी नहीं है. इसके बाद यह पक जाती है और फिर सूख जाती है फिर इसे जला दिया जाता है या फिर फेंक दिया जाता है. मगर अब किसानों के पास एक ऐसा जरिया है, जिससे वह पैसा कमा सकते हैं. किसान तोरई की खेती कर फसल बेच सकते हैं, साथ ही लूफा से पैसा कमा सकते हैं. इसे बीज निकालने के बाद बाजार में भी बेच सकते हैं.
गौरलतब है कि हमारे देश में काफी लंबे समय से प्राकृतिक लूफा (Natural Loofah) का उपयोग होता आ रहा है. मगर इसका कोई प्रमाण नहीं है कि सब्जी के लिए तोरई का उपयोग कब से हुआ. अगर जैव विज्ञान की मानें, तो यह खीरा परिवार से जु़ड़ा हुआ है. बहरहाल चाहे कई सालों से हो रहा हो देश में लूफा का स्क्रबर के रूप में प्रयोग पर अब किसान लूफा को बेचकर कमा सकते है पैसे ..
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