बुजुर्गों को आर्थिक रूप से मदद करने के लिए सरकार कई योजनाएं चलाती रहती हैं, लेकिन क्या इन सभी योजनाओं का लाभ सच में उनको मिलता है या बस नाम के लिए यह सब योजनाएं चलाई जाती हैं. एक सर्वे के अनुसार पता चला है कि सरकार के द्वारा चलाई गई ज्यादातर योजनाओं के लाभ सही लोगों तक पहुंच ही नहीं पाता है. बीच में ही बिचौलिया इन योजनाओं का लाभ हड़प जाते हैं.
आपको बता दें कि इन्हीं सभी योजनाओं में से एक बुजुर्गों के लिए वृद्ध पेंशन योजना भी है, जिसमें बुजुर्गों के जीवन यापन के लिए सरकार ने हर महीने पैसे दिए जाते हैं. यह योजना भारत के हर राज्य में लागू है और हर राज्यों में इस योजना की धन राशि अलग-अलग दी जाती हैं. अगर आप भी बुजुर्ग है और सरकार की इस योजना का लाभ उठाना चाहते हैं, तो आप इसके लिए ऑनलाइन या अपने नजदीकी डाकघर में आवेदन कर सकते हैं.
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वृद्ध पेंशन योजना बुजुर्गों को हो रही परेशानी (Old age pension scheme problems for the elderly)
हिमाचल प्रदेश सरकार (Himachal Pradesh Government) अपने राज्य के बुजुर्गों के लिए कई योजनाएं चलाती है. इसमें से एक वृद्ध पेंशन योजना (Vridha Pension scheme) है. इस योजना से जुड़ी हिमाचल में बुजुर्गों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. जानकारी के मुताबिक, इस योजना से जुड़े ग्राम पंचायत समूह के तहत गांव, भसुआ, गढेत्रा, भद्रोह नाला, जुवांस के वृद्ध लोगों को बहुत सी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है. वह के लोगों का कहना है कि वृद्ध पेंशन योजना का लाभ सही लोगों तक नहीं पहुंच रहा है.
कई दिनों तक अधिकारों के ऑफिस के चक्कर लगाने पर मिलती है पेंशन (Pension received by visiting the office of rights for several days)
हिमाचल के बुजुर्गों लोगों का कहना है कि अपनी पेंशन के लिए उन्हें कई किलोमीटर दूर तक डाकघर जाना होता हैं और फिर भी उन्हें निराश होकर ही अपने घर वापस लौटना होता है. उन्होंने यह भी बताया कि डाकघर के अधिकारी के ऑफिस तक हमें अपनी पेंशन लेने के लिए लगातार 6 से 7 दिनों तक जाना होता है. जब कहीं जाकर हमें हमारी पेंशन का पैसा मिलता है.
वहां के लोगों ने कई बार प्रशासन से अपनी परेशानी की मांग की है कि उन्हें पेंशन के लिए डाकघर पास में ही मुहैया करवाई जाए. ताकि वह आसानी से अपनी पेंशन प्राप्त कर सकें.
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