रबी सीजन की फसलों की कटाई (Harvesting Of Rabi Crops) का कार्य शुरू हो चुका है, क्योंकि अब फसलें पककर बाज़ार में बिक्री के लिए तैयार हो गई हैं, लेकिन कभी-कभी मौसम की अनिमियातिता की वजह से एवं फसलों की देर से कटाई करने की वजह से फसलों में सुनहरापन (Goldenness In Crops) छा जाता है. यानि फसल समय से अधिक पक जाती है.
ऐसे में किसानों की फसलों को भारी नुकसान हो सकता है. किसानों की इन समस्या को देखते हुए मध्य प्रदेश के शाजापुर के वैज्ञानिकों ने राज्य के किसानों को कृषि सम्बन्धी सलाह (Agricultural Advice) जारी की है.
वैज्ञानिकों की जरूरी सलाह (Important Advice Given By Scientists)
मध्य प्रदेश राज्य में इन दिनों रबी फसलों (Rabi Crops) की कटाई का कार्य शुरू होने जा रहा है. बता दें कि राज्य में करीब दो लाख पचास हजार हेक्टेयर से ज्यादा क्षेत्र में रबी फसलों की बुवाई की गई है, लेकिन इनमें से कुछ जगह की फसलें पककर तैयार हो गयी है, तो कहीं जगह फसलों को पककर तैयार होने में समय लगेगा.
इसके अलावा खेतों में फसलों के अधिक पकने की वजह से सुनहरापन छा गया है. ऐसे में जिले कृषि के वैज्ञानिकों ने किसानों को सलाह दी कि यदि फसलों अधिक पकाव की वजह से सुनहरापन छा रहा है, तो किसान भाई फसलों में सिंचाई ना करें. इससे फसलों में नुकसान हो सकता है. इससे फसल के दाने की चमक कम हो सकती है या दाने में धब्बे वाले दाग हो सकते हैं.
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बता दें कि फसल की अच्छी और उच्च गुणवत्ता वाले बीज की फसल में अंतिम बार रोगिंग करें. साथ ही उन्होंने कहा कि जिन किसानों के खेत में ट्रांसफार्मर लगे हैं, वे उसके आसपास की जगह की सफाई कर दें, जिससे यदि असमय बिजली का फाल्ट होता है, तो किसानों की पकी हुई फसलों पर आग लगने का डर नहीं होगा.
वैज्ञानिकों का कहना है कि जैसे ही फसल में पकाव शुरू हो जाता है. किसान समय अनुसार फसल की कटाई कर लें. फसल को शुद्ध और साफ़ रखने के लिए भण्डारण की उचित व्यवस्था करें. इसके अलावा फसल के आस-पास किसी भी तरह की आग ना जलाएं एवं कोई भी प्रकार का धुम्रपान न करें.
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