भारत में कोरोना वायरस के आने के बाद से ही मानो तहलका मचा हुआ है. यूं तो सभी क्षेत्र इस समय घाटा सह रहे हैं लेकिन सबसे अधिक नुकसान पोल्ट्री उद्योग को हुआ है. मुर्गी और मांस उद्योग तो मानो ठप हो चुके हैं. सोशल मीडिया पर तस्वीरों के सहारे अफवाहों का बाज़ार गर्म है. तरह-तरह की तस्वीरें तरह-तरह के दावे कर रही हैं. हालांकि सरकार हर बार सचेत कर रही है लेकिन फिर भी लोग भ्रम के शिकार होते जा रहे हैं.
क्या ब्रायलर मुर्गी में है कोरोना वायरस
कुछ दिनों से वायरल तस्वीरों के सहारे दावा किया जा रहा है कि ब्रायलर मुर्गी में कोरोना वायरस के अंश पाए गए हैं इसलिए इसे खाने से बचें. इस तरह के संदेशों को बाकायदा वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन और इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के नाम से चलाया जा रहा है.
सत्य क्या है
सोशल मीडिया से होते हुए इस तरह की खबरें हमारे पास भी आईं. बस फिर क्या था, कृषि जागरण की एंटी रूमर टीम सच की तलाश में जुट गई. पता लगा कि ब्रायलर मुर्गी पूरी तरह से स्वास्थ्य के लिए सुरक्षित है और इसमें कोरोना वायरस का कोई अंश नहीं है.
इसके अलावा हमने वायरल तस्वीरों के साथ किए जा रहे दावों की पड़ताल भी की. इस पड़ताल से साफ़ हो गया कि वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइज़ेशन या इंडियन मेडिकल एसोसिएशन द्वारा ब्रायलर मुर्गी को पूरी तरह से स्वास्थ्य के लिए अनुकूल बताया गया है.
इन क्षेत्रों को हुआ है भारी नुकसान
हालांकि कोरोना वायरस ने लगभग सभी भारतीय उद्योग पर अप्रत्यक्ष रूप से असर जरूर डाला है. इस वक्त ऑटोमोबाइल्स, इलेक्ट्रॉनिक्स और फार्मा सेक्टर नुकसान क्षेल रहे हैं. इसके अलावा चीन से आने वाले बच्चों के खिलौने भी महंगे होने लगे हैं, जिसके कारण खिलौनों की कालाबाज़ारी होने लगी है.
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