केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण राज्य मंत्री कैलाश चौधरी ने बुधवार को नई दिल्ली स्थित होटल हयात रेजेंसी में क्रॉप लाइफ इंडिया की ओर से आयोजित 42वीं वार्षिक सामान्य बैठक एवं राष्ट्रीय सम्मेलन में भाग लिया.
केंद्रीय मंत्री कैलाश चौधरी ने यहां "आत्मनिर्भर भारत के लिए कृषि का सतत विकास" विषय पर उद्बोधन सत्र को संबोधित किया. इस अवसर पर उत्तर प्रदेश के कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही एवं मध्य प्रदेश के कृषि मंत्री कमल पटेल सहित एग्री स्टार्टअप्स से जुड़े उद्यमी एवं कृषि विशेषज्ञ उपस्थित रहे.
सम्मेलन को संबोधित करते हुए केंद्रीय कृषि राज्य मंत्री कैलाश चौधरी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में केंद्र सरकार देश को आत्मनिर्भर बनाने के लिए लगातार काम कर रही है. किसानों को आधुनिक ढांचागत सुविधा देने के लिए एक लाख करोड़ रुपए का कृषि बुनियादी ढांचा कोष बनाया गया है. केंद्रीय मंत्री कैलाश चौधरी ने कहा कि 10 हजार एफपीओ के गठन के लक्ष्य के साथ ही किसानों के लिये उनके उत्पाद बेचने के मामले में सीमित दायरे को समाप्त किया गया है. सरकार बीज से बाजार तक किसानों की मदद कर रही है, रासायनिक उर्वरकों के छिड़काव के लिए कृषि क्षेत्र में ड्रोन को छूट दी गई है.
कृषि सुधार के लिए कल्याणकारी योजनाओं का प्रावधान
सत्र को संबोधित करते हुए केंद्रीय कृषि राज्य मंत्री कैलाश चौधरी ने कहा कि मोदी सरकार ने किसानों की समृद्धि के लिए कृषि सुधारों का व्यवस्थित सिलसिला शुरू किया. किसान सम्मान निधि, फसल बीमा योजना और न्यूनतम समर्थन मूल्यवृद्धि जैसे कदम उठाए. उन्होंने कहा कि खेती-किसानी की सूरत बदलने की दिशा में केंद्र सरकार लगातार काम कर रही है, इसके तहत केंद्र सरकार कृषि अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देने वाले एग्रोटेक स्टार्ट-अप को प्रोत्साहित कर रही है.
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इसी कड़ी में कृषि व किसान मंत्रालय ने कृषि-उद्यमिता विकास कार्यक्रम के तहत एग्रीटेक स्टार्ट-अप सहित कृषि और उससे जुड़े क्षेत्रों में तकनीकी और वित्तीय सहायता प्रदान की है.
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