एक तरफ जहां पूरे देश में कोरोना वायरस को लेकर हड़कंप मचा हुआ है. वहीं केरल से बूरी खबर मिल रही है. प्रदेश के कोझीकोड जिले में पंक्षियों में बर्ड फ्लू होने की पुष्टि हुई है. बता दें कि कुछ दिनों पहले ही पश्चिम कोडियाठूर क्षेत्र में अलग-अलग जगहों पर सैकड़ों पक्षियों के मरने की खबर आई थी. अब मृत पंक्षियों के परीक्षण करने पर पता लगा है कि उन्हें बर्ड फ्लू था.
इस खबर के मिलते ही जिला प्रशासन एक्टिव हो गई. बिना कोई देर किए प्रशासन ने प्रभावित क्षेत्र के 1 किमी के दायरे में सभी पक्षियों को मारने का फैसला किया है. इसमें मुर्गियां भी शामिल है. इस बारे में स्वास्थ्य मंत्री केके शैलजा ने कहा कि पंक्षियों में बर्ड फ्लू होने की शिकायत मिली है, इसलिए सतर्कता बरतते हुए हमने प्रभावित क्षेत्र के पंक्षियों को मारने का फैसला किया है. इस तरह इसे फैलने से रोका जा सकता है. उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य विभाग के साथ पशु चिकित्सा विभाग की भी जिम्मेदारी बनती है कि वो फ्लू को रोकने के लिए जरूरी कदम उठाए.
हरकत में आई पशुपालन विभाग
मामले की गंभीरता को समझते हुए इधर पशुपालन विभाग भी हरकत में आ गई है. बिना कोई देर किए पशुपालन विभाग ने भी एक अधिसूचना जारी कर दी है. अधिसूचना में राज्य सरकार से फ्लू को रोकने का अनुरोध किया गया है. प्रभावित इलाके में मुर्गियों और अन्य पक्षियों को मारने की रणनीति बना ली गई है. इसके लिए विभाग ने टीम को तीन हिस्सों में बांट दिया है.
क्या होता है बर्ड फ्लू
बर्ड फ्लू पंक्षियों में होने वाली सबसे खतरनाक बीमारी है. ऐसे पंक्षियों के सेवन से या इनके संपर्क में आने से यह बीमारी इंसानों को अपना शिकार बना लेती है. यह बीमारी आम तौर पर चिकन, टर्की, गीस, मोर और बत्तख जैसे पक्षियों में पाई जाती है. यह वायरस इतना खतरनाक है कि इससे इंसान व पक्षियों की मौत हो जाती है.
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