कोरोना महामारी की वजह से बाजारों में आई सुस्ती को लेकर सब काफी परेशान चल रहे थे. बाजारों के खुलते ही उद्द्योगपतियों से लेकर किसान तक अपनी आय को बढ़ाने की ताक मे थे. ऐसे दौर में हरियाणा सरकार ने इस बड़े फैसले से सबकी चौंका कर रख दिया है.
आपको बता दें कि हरियाणा सरकार ने अपने राज्य में 1 साल तक के लिए गुटखा, पान व तम्बाकू पर रोक लगा दिया है. जी हाँ बढ़ती संक्रमण की संख्या को देखते हुए सरकार ने ये फैसला लिया है. जिसकी वजह से न तो राज्य में तम्बाकू मिलेगा, ना ही लोग इसे खाकर यहाँ वहां थूक सकेंगे. हालांकि, सरकार के इस फैसले से तम्बाकू एवं पान की खेती करने वाले किसानों को भारी नुकसान हुआ है.
दरअसल सोमवार को हरियाणा के खाद्य एवं औषधि विभाग ने पान मसाला, तम्बाकू और गुटखा पर लगी रोक को 1 साल के लिए और बढ़ाने का फैसला लिया है. इस आदेश को सभी जिलों के जिलाधिकारियों और पुलिस अधिकारियों को जारी कर दिया गया है और यह भी बता दिया गया है कि अगर पान गुटखा व तंबाकू प्रोडक्ट्स पर लगाए गए रोक के नियमों का कोई उल्लंघन करता है, तो उस व्यक्ति पर उचित कानूनी कार्रवाई की जाए.
वहीं, हरियाणा के कई सामाजिक संगठनों ने राज्य सरकार के इस फैसले का स्वागत भी किया है. आम जनता ने भी इस फैसले का स्वागत करते हुए अपना समर्थन दिया है. हालांकि, कई किसान ऐसे भी हैं जिन्होंने सरकार के प्रति अपनी नाराजगी जताया है.
आपको बता दें कि कोरोना महामारी के फैलने के बाद कई राज्यों में तंबाकू व गुटखा प्रोडक्ट्स की बिक्री पर रोक लगाई गई थी. हालांकि, धीरे-धीरे फिर से इन उत्पादों के बिक्री की अनुमति दे दी गई है. अगर विशेषज्ञों की मानें तो कोरोना संक्रमित शख्स अगर कहीं थूकता है, तो इससे मुंह से वायरस भी निकलता है और वह दूसरों को भी संक्रमित कर सकता है. वहीं, कोरोना निगेटिव को अगर बलगम आ रहा है, तो वह तब भी किसी न किसी बीमारी से संक्रमित है. ऐसे में संक्रमण के मामलों पर नियंत्रण किया जा सके, इसलिए सरकार ने ये कदम उठाया था. हरियाणा सरकार आज भी इस नियम का पालन करते हर राज्य को जल्द से जल्द कोरोना मुक्त के साथ-साथ गुटका जैसी आदतों से भी छुटकारा दिलाना चाहती है.
Share your comments