किसान भाइयों अधिक दूध उत्पादन के लिए बकरी की बीटल नस्ल एक दुधारू नस्ल के रूप में विकसित की गई है। इस नस्ल की बकरी वजन में काफी भारी होती है तो वहीं इस नस्ल की बकरी का रंग काला व हल्का भूरा व चित्तेदार होता है। इसके कान लंबे होते हैं साथ ही चौड़े एवं झुके हुए होते हैं। आँखें सफेद रंग की होती हैं।
यह एक दुधारू नस्ल की बकरी है इसलिए इसकी वयस्क बकरी प्रतिदिन 4 लिटर दूध देती है। इस बकरी को स्थानीय अनाज की भरपूर मात्रा द्वारा पोषण दिया जाता है।
हाल में केंद्रीय बकरी अनुसंधान संस्थान मखदूम में भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद के निर्देशानुसार इस बकरी को एक नई नस्ल के विकास एवं संरक्षण के लिए लाया गया है। वास्तविक तौर पर यह पंजाब के गुरुदासपुर से खरीदी गई है।
इस नस्ल के रख-रखाव के लिए संस्थान का एक विशेष दल नियुक्त किया गया है जो कि नियमित इनके स्वास्थ्य की परख करते हैं तथा इनके पोषण की व्यवस्था का जायजा लेते हैं। इन्हें मखदूम स्थित बकरी अनुसंधान केंद्र में क्वारिंटीन टिन शेड की छाया में रखा गया है।
यदि आप इस खबर को पढ़कर इस नस्ल की बकरी के बारे में अधिक जानकारी लेना चाहते हैं तो आप केंद्रीय बकरी अनुसंधान केंद्र, मखदूम(मथुरा) से संपर्क कर सकते हैं। इसके लिए आप कॉल करें- 0565 2763320।
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