भारत सरकार ने हवाई यात्रियों के लिए एक बड़ी राहत की खबर दी है. आपको बता दें कि सरकार ने इंटरनेशनल पैसेंजर के लिए एयर सुविधा फॉर्म (Air Suvidha Form) को रद्द कर दिया है. जहां पहले यात्रियों को इंटरनेशनल यात्रा करने के लिए फॉर्म को भरना पड़ता है. अब उन्होंने किसी तरह के फॉर्म को भरने की जरूरत नहीं है.
दरअसल, यात्रियों के लिए यह फॉर्म कोरोना काल में बहुत जरूरी किया गया था. देखा जाए तो यह फॉर्म कोविड-19 के प्रभाव को रोकने के लिए था. जिसे नागरिक उड्डयन मंत्रालय और स्वास्थ्य मंत्रालय दोनों ने मिलकर तैयार किया था.
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि जैसे-जैसे देशभर में मास्क का इस्तेमाल इतना जरूरी नहीं रह गया है वहीं पिछले हफ्ते नागर मंत्रालय ने भी कहा कि हवाई यात्रा के समय यात्रियों को अब मास्क का इस्तेमाल करना अनिवार्य नहीं है. लेकिन फिर भी यात्री अपनी सुरक्षा के लिए मास्क लगा सकते हैं. इसी क्रम में अब सरकार ने एयर सुविधा के फॉर्म को रद्द कर दिया है. हवाई यात्रियों को 2 नवंबर 2022 यानी आज से इस फॉर्म के झंझट से मुक्ति मिल गई है. आइए जानें कैसे इस फॉर्म के रद्द होने से यात्रियों के पैसे बचेंगे.
क्या है एयर सुविधा फॉर्म? (What is Air Suvidha Form?)
एयर सुविधा में भारत आने वाले यात्रियों को एक फॉर्म भरना होता था, जिसमें यात्री को अपने कई जरूरी कागजातों को लगाना होता था. इस सुविधा को कॉन्टेक्ट लेंस समाधान कहा जाता था. यह फॉर्म यात्रियों को सेल्फ डिक्लेरेशन पोर्टल पर भरना होता था.
ऐसे बचेंगे पैसेंजर के पैसे (Passenger money will be saved like this)
बता दें कि इस एयर सुविधा फॉर्म को भरने के लिए कई जरूरी कागजात को भरना होता था. जैसे कि वैक्सीन सर्टिफिकेट और नेगेटिव RT-PCR रिपोर्ट आदि कई दस्तावेज को भरना होता है. जिसके लिए यात्रियों को हजारों रुपए खर्च करने होते थे.
देखा जाए तो मालदीव जैसे कई देशों में RT-PCR पर 7,000 रुपये तक प्रति व्यक्ति का खर्चा आता है. लेकिन अब एयर सुविधा को बंद करने के बाद से लोगों के हजारों रुपए की बचत होगी.
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