केमचाइना (ChemChina) वास्तव में एग्रोकेमिकल सेगमेंट में दुनिया का सबसे बड़ा खिलाड़ी बन गया है. सिनजेंटा और अदामा के अधिग्रहण ने कंपनी को सीढ़ी के शीर्ष पर पहुंचा दिया है. हालांकि, सिनजेंटा को खरीदना कंपनी ने भारी कर्ज के वजह से छोड़ दिया और अब केवल आने वाले समय में ही पता चल पाएगा कि केमचाइना स्विस कंपनी को कितनी आसानी से एकीकृत करेगा. वैसे सिनोचेम और केमचाइना के बीच आगामी विलय को लेकर अफवाह उड़ाई गई है, जो वर्षों से चली आ रही है, यह चीन सरकार के लिए सिनजेंटा सौदे का समर्थन करने की शर्तों में से एक हो सकता है.
दुनिया की शीर्ष 10 एग्रोकेमिकल कंपनियां
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कुल कारोबार (USD) |
सिनजेंटा एजी |
10.4 बिलियन
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बायर क्रॉप साइंस |
8.16 बिलियन
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बीएएसएफ एसई |
6.76 बिलियन
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डॉव एग्रो साइंसेज |
4.66 बिलियन
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एफएमसी |
4.28 बिलियन
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अदामा लिमिटेड (Adama Ltd ) |
3.88 बिलियन
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नुफार्म लिमिटेड (Nufarm Ltd) |
3.30 बिलियन
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सुमितोमो केमिकल कं, लिमिटेड |
3.14 बिलियन |
यूपीएल लिमिटेड |
3.14 बिलियन
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न्यूट्रीचैम कंपनी लिमिटेड |
0.870 बिलियन
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2018 में वैश्विक एग्रोकेमिकल बाजार 223700 मिलियन अमेरिकी डॉलर था और 2025 के अंत तक 308400 मिलियन यूएस डॉलर होने की उम्मीद है, 2019 और 2025 के बीच 4.69% की सीएजीआर से बढ़ रहा है. गौरतलब है कि एग्रोकेमिकल्स की मांग एशिया प्रशांत क्षेत्र में सबसे अधिक होने की उम्मीद है. यह क्षेत्र भारत, श्रीलंका और चीन और वियतनाम जैसे कृषि-आधारित देशों के लिए जाना जाता है जो आर्थिक विकास के लिए कृषि और संबंधित उद्योगों पर प्रमुख रूप से निर्भर हैं.
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