उत्तर प्रदेश के किसान भाइयों के लिए योगी सरकार समय-समय पर कई लाभकारी परियोजनाओं पर कार्य कर रही है. कृषि संबंधी कार्यों को ध्यान में रखते हुए यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) का कहना है कि राज्य में अगले 5 सालों में उत्तर प्रदेश को एक ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने में कृषि की बड़ी भूमिका होगी.
अगर राज्य में कृषि क्षेत्र से जुड़ें वैज्ञानिक, उद्यमी, किसान और सरकार एक साथ मिलकर योजना पर काम करेंगे तो आने वाले 5 सालों में उत्तर प्रदेश में कृषि क्षेत्र की संभावनाएं तीन गुणा बढ़ सकती हैं और साथ ही राज्यों के किसानों को टेक्नोलॉजी से जुड़ी सभी जानकारियों के बारे में बताया जाएगा. इसके लिए कृषि विश्वविद्यालय और कृषि अनुसंधान केंद्रो से सहायता ली जाएगी.
कृषि रोजगार का साधन (Agricultural employment)
आपको बता दें कि, कोरोना महामारी के दौरान जब देश में अर्थव्यवस्था में गिरावट दर्ज की गई थी तो सिर्फ कृषि क्षेत्र ने ही 3.5 प्रतिशत तक अर्थव्यवस्था में वृद्धि की थी. मुख्यमंत्री योगी का कहना है कि, कृषि बेरोजगारों को सर्वाधिक रोजगार उपलब्ध कराने वाला क्षेत्र है. इसके अलावा उन्होंने यह भी कहा कि, उत्तर प्रदेश में उर्वर भूमि और प्रचुर जल संसाधन की 16 फीसदी आबादी है, लेकिन देखा जाए तो प्रदेश में सिर्फ 11 से 12 प्रतिशत कृषि योग्य भूमि है.
टेक्नोलॉजी और कृषि विविधीकरण से जुड़ेंगे किसान (Farmers connect with technology and agriculture diversification)
राज्यों के किसानों के लिए योगी ने जीरो बजट खेती पर आधारित प्राकृतिक खेती (Natural farming) करने पर जोर दिया है. इस विषय पर उन्होंने कहा कि इस खेती में किसानों की लागत कम लगती है और उत्पादन अधिक प्राप्त होता है. हमारे राज्य में 9 एग्रो-क्लाइमेटिक जोन (Agro-climatic zone) और 89 कृषि विज्ञान केंद्र, आधा दर्जन कृषि विश्वविद्यालय (Agricultural university) बने हुए है. देखा जाए तो राज्य के आधे से ज्यादा किसानों के पास उन्नत तकनीक मौजूद नहीं है. कृषि विज्ञान अभी भी कई किसानों से नहीं जुड़ पाई है. इसके लिए उन्होंने नई टेक्नोलॉजी और कृषि विविधीकरण से जोड़कर उनकी परेशानियों का हल करना होगा
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किसानों को उत्पाद भेंट किए (presented products to farmers)
मुख्यमंत्री योगी ने संगोष्ठी में मौजूद सभी कृषि वैज्ञानिकों को आह्वान दिया है कि वे राज्य के कृषि विज्ञान केंद्रों के साथ मिलकर कृषि और उससे जुड़ी सभी गतिविधियों को आगे बढ़ाने पर कार्य करेंगे. साथ ही मुख्यमंत्री ने संगोष्ठी में शामिल हुए किसानों को एक जिला एक उत्पाद योजना के तहत उत्पाद भी दिए.
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