इफको ने लिक्विड नैनो यूरिया की अपनी पहली खेप किसानों के लिए उत्तर प्रदेश भेजी है. बता दें कि लिक्विड नैनो यूरिया एक नया उर्वरक है जिसे दुनिया में पहली बार गुजरात के कलोल स्थित नैनो बायोटेक्नोलॉजी रिसर्च सेंटर में इफको की पेटेंटेड तकनीक से बनाया गया है.
हरियाणा सरकार ने किसानों के लिए शुरू की योजना
किसानों एवं खेतिहर मजदूरों को दिन-रात खेत-खलिहानों में काम करना पड़ता है और कई बार वह दुर्घटना का भी शिकार हो जाते हैं. ऐसे में हरियाणा सरकार द्वारा पीड़ित परिवारों को आर्थिक सहायता मुहैया करवाने के लिए मुख्यमंत्री किसान एवं खेतीहर जीवन सुरक्षा योजना शुरू की गई है.
पीएम-किसान सम्मान निधि योजना की 8वीं किस्त का पैसा कैसे मिलेगा?
पीएम-किसान सम्मान निधि योजना के तहत मिलने वाली 8वीं किस्त का पैसा अभी भी कई किसानों के खाते में नहीं पहुंचा हैं. ऐसे में किसानों को परेशान होने की जरूरत नहीं है. आप पीएम किसान टोल फ्री नंबर: 18001155266 या पीएम किसान हेल्पलाइन नंबर: 155261 पर संपर्क कर जानकारी प्राप्त कर सकते हैं. अधिक जानकारी के लिए विडियो के लिंक पर क्लिक करें https://youtu.be/yICdAUojV7A
नूरजहां आम 1000 रुपये में बिकता है
1000 रुपये में बिकता है एक आम जिसका नाम है नूरजहां जो की मध्य प्रदेश के अलीराजपुर जिले में उगता है, इसे खाना तो दूर लोग इसे देखने के लिए भी तरसते हैं और सबसे बड़ी बात यह है कि ये पेड़ पर लगते ही बुक हो जाते हैं
नैनो यूरिया का कॉमर्शियल प्रोडक्शन हुआ शुरू
इफको ने लिक्विड नैनो यूरिया की अपनी पहली खेप किसानों के लिए उत्तर प्रदेश भेजी है. बता दें कि लिक्विड नैनो यूरिया एक नया उर्वरक है जिसे दुनिया में पहली बार गुजरात के कलोल स्थित नैनो बायोटेक्नोलॉजी रिसर्च सेंटर में इफको की पेटेंटेड तकनीक से बनाया गया है.
कृषि मंत्रालय ने दी मूंगफली की फसल पर जानकारी
देशभर में मूंगफली की बुवाई चल रही है. ऐसे में कृषि मंत्रालय की ओर से साल 2020 और 2021 के ताजा आंकड़ों के अनुसार, मूंगफली की बुवाई 5 लाख 95 हजार हेक्टेयर में हो चुकी है. जबकि बीते साल इसी समय तक 5 लाख 31 हजार हेक्टेयर ही बुवाई हो पाई थी. वहीं, देशभर में मूंगफली की पैदावार भी बढ़ सकती है.
देश के 9 राज्यों में की गई बांस क्लस्टरों की शुरुआत
किसान अब आसानी से बांस की खेती कर सकते हैं. क्योंकि केंद्र सरकार ने इसे पेड़ की श्रेणी से हटा दिया है. इसकी खेती बढ़ाने के लिए नौ राज्यों में 22 बांस क्लस्टरों की शुरुआत की गई है. केंद्रीय कृषि मंत्रालय का अनुमान है कि इसकी खेती से किसान हर साल 3.5 लाख रुपये प्रति हेक्टेयर तक की कमाई कर सकते हैं. यह किसानों के लिए ‘हरा सोना’ बनकर उभर सकता है.
किसानों को 72 घंटे के भीतर सूचना देना आवश्यक
भूस्खलन, ओला वृष्टि, प्राकृतिक आग, बादल फटना और जलप्लावन के कारण खड़ी फसल को नुकसान हुआ है तो किसानों को फसल बीमा का क्लेम मिलेगा. अगर चक्रवात, चक्रवाती बारिश, बैमौसम बारिश और ओला वृष्टि के कारण फसल की कटाई के बाद नुकसान हुआ है तो किसान बीमा के हकदार होंगे. दोनों ही स्थिति में किसानों को 72 घंटे के भीतर सूचना देना आवश्यक होगा.
कृषि जागरण के एडिटर-इन-चीफ Asia MTD Products के MD के साथ किए चर्चा
8 जून सुबह 10:30 बजे Krishi Jagran के Facebook Page पर Live Event हुआ जिसमें कृषि जागरण एंड एग्रीकल्चर वर्ल्ड के एडिटर-इन-चीफ एम.सी. डॉमिनिक, एशिया MTD प्रोडकट के Managing Director Bhavya Sehgal से New Agriculture Machine and Tools of MTD पर चर्चा किए.
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