देश पर कोविड-19 महामारी का खतरा मंडरा रहा है, इसलिए भारत सरकार ने लॉकडाउन 3 मई तक बढ़ा दिया है. ग्रह मंत्रालय ने लॉकडाउन पार्ट-2 में नई गाइडलाइन जारी की है. इसमें पहले की तरह ही सभी कृषि कार्य को जारी रखने की छूट दी गई है. बता दें कि इस वक्त किसान रबी फसलों की कटाई में जुटा है, तो वहीं खरीफ सीजन की फसलों को बोने की तैयारी भी कर रहा है. ऐसे में केंद्रीय कृषि मंत्रालय ने किसानों को खरीफ़ फसलों की बुवाई का तरीका बताया है, ताकि किसान खेतों में काम करते वक्त सुरक्षित रहें.
किसानों को खरीफ फसलों की बुवाई के साथ-साथ खुद को कोविड-19 महामारी के संक्रमण से भी बचाना है. इसके लिए कई सुरक्षित तरीकों को अपनाना बेहद ज़रूरी है. केंद्रीय कृषि मंत्रालय ने किसान को सुरक्षित रखने के लिए कई मानक तौर तरीके (SOP) तय किए हैं. किसानों को इन सभी तरीकों का पालन करना होगा.
रबी फसलों की कटाई
किसानों को रबी फसलों की कटाई मशीन और थ्रेशिंग द्वारा करना चाहिए. रबी फसलों की कटाई, थ्रेशिंग, पैकेजिंग के दौरान कम से कम 4 या 5 मीटर की सामाजिक दूरी बनाए रखना है. किसान ध्यान दें कि उपज का भंडारण करने के 48 घंटे पहले उसको खुले यानी धूप में ज़रूर रखें.
ऐसे करें धान और खरीफ़ फसलों की बुवाई
कई राज्यों के किसानों के धान और खरीफ़ फसलों की बुवाई करना शुरू कर दिया है. बता दें कि बुवाई में श्रमिक की आवश्यकता पड़ती है. ऐसे में किसानों और श्रमिकों को शारीरिक दूरी बनाकर रखना है. इसके साथ ही स्वच्छता का विशेष ध्यान रखना है. किसान और श्रमिकों को खाना खाते, आराम करते और खेत से बाहर आते समय अपने हाथ, पैर और चेहरे को अच्छी तरह साफ करना है. इसके अलावा मास्क पहनना और सभी दिशा-निर्देशों का सख्ती से पालन करना है.
बुवाई में करें मशीन का इस्तेमाल
मंत्रालय की सलाह है कि किसान खरीफ फसलों की बुवाई के लिए खेत को तैयार करते वक्त श्रमिकों को कम से कम संख्या में रखें. अगर किसान फसलों की बुवाई में ट्रैक्टर से चलने वाली मशीनों का उपयोग करेंगे, तो कोविड-19 महामारी का संक्रमण फैलने का डर नहीं रहेगा. इतना ही नहीं, किसानों को बीज बुवाई और खाद के छिड़काव के लिए मशीन का उपयोग करना चाहिए.
ऐसे करें कीटनाशक पैकेट का इस्तेमाल
जब कोई भी बीज या कीटनाशक दवा का पैकेट लाएं, तो सबसे पहले उसको 2 दिन तक धूप में सुखा लें. इसके बाद फसल में उसको उपयोग करें. इसके बाद खाली बैग को जलाकर नष्ट कर दें.
ये खबर भी पढ़ें: खुशखबरी: 21 लाख किसानों को भेजा जाएगा SMS, जिसके आधार पर ही होगी उपज की सरकारी खरीद
Share your comments