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Advisory for Rajasthan Farmer: इस मौसम में राजस्थान के किसान बरतें ये सावधानी, नहीं तो होगा भारी नुकसान

राजस्थान के किसानों को कृषि से संबंधित जानकारी दी गई है. इसके मद्देनजर किसानों को आगामी मौसम को देखते हुए फसलों में कुछ सावधानी बरतने की सलाह दी गई है.

अनामिका प्रीतम
Advisory for Rajasthan Farmer
Advisory for Rajasthan Farmer

Rajasthan Crop Advisory: कृषि अनुसंधान केंद्र, उदयपुर महाराणा प्रताप कृषि और प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय ने राज्य के राजसमंद जिला, उदयपुर जिला, भीलवाड़ा जिला और प्रतापगढ़ जिला के किसानों के लिए कृषि एडवाइजरी जारी की है. इसमें यहां के किसानों के लिए इस मौसम में क्या करना चाहिए और क्या नहीं इसको लेकर सलाह दी गई है.

मौसम कृषि परामर्श

मौसम विज्ञान विभाग, जयपुर से प्राप्त सूचनाओं के मुताबिक, अगले कुछ दिनों में मध्यम से भारी बारिश और आसमान में बादल छाए रहने की संभावना है. इस दौरान हवा की गति 9 से 21 किलोमीटर प्रति-घंटे की गति से दक्षिण-पश्चिम से उत्तर-पश्चिम की ओर चलेगी. वहीं इस दौरान अधिकतम तापमान 28 से 29 और न्यूनतम तापमान के 22 से 24 डिग्री के बीच रहने की संभावना है. इसके साथ ही सापेक्ष आर्द्रता 84 से 89 तथा न्यूनतम 56 से 69 प्रतिशत रहने की संभावना है. ये मौसम पूर्वानुमान 09 अगस्त 2022 तक ही मान्य है.

सामान्य कृषि परामर्श

अगले कुछ दिनों में बारिश के पूर्वानुमान को ध्यान में रखते हुए, किसानों को सलाह दी जाती है कि वे खड़ी फसलें और सब्जी नर्सरी में जल निकासी का उचित प्रबंधन करें. इसके साथ ही कीटनाशकों और खरपतवारनाशकों का छिड़काव करने से पहले  सुनिश्चित करें कि 3 से 4 घंटे तक बारिश न हो. अगर ऐसा है, तो छिड़काव नहीं करें.

मक्का की फसलों का ऐसे रखें ध्यान

मक्का में निराई-गुड़ाई करके अतिरिक्त पौधे को हटा दें और पौधे से पौधे की दूरी 20 सें.मी. रखें. जहां मक्का की फसल घुटने की ऊंचाई पर हो और पर्याप्त नमी हो, तो मक्का में 50 किलो  यूरिया प्रति हेक्टेयर की दर से पौधों की जड़ों में डाल दें.

सोयाबीन की खेती के समय इन बातों का रखें ध्यान

सोयाबीन में वातावरण में उच्च आर्द्रता और तापमान की अधिकता के कारण रस चूसक कीटों का प्रकोप बढ़ने की संभावना है, इसलिए उनकी रोकथाम के लिए निम्बिडिन 3 मिली प्रति लीटर  पानी में घोलकर छिड़काव करें. ध्यान रहें इस दौरान बारिश नहीं होना चाहिए यानी आसमान साफ ​​होने पर ही स्प्रे करें.

मूंग की खेती करने वाले किसानों के लिए जरूरी सलाह

मूंग की फसल में जब पीतशिरा मोजेक रोग का प्रकोप दिखाई दें तो इसमें डायमेथोएट 30 ई.सी. 1 लीटर प्रति हेक्टेयर का छिड़काव करें. आसमान साफ ​​होने पर स्प्रे करना चाहिए.

ये भी पढ़ें: किसान ध्यान दें! IMD ने खेती को लेकर दी जरूरी सलाह, जारी की एग्रोमेट एडवाइजरी

मूंगफली की फसलों के लिए जरूरी कृषि एडवाइजरी

मूंगफली की फसल में 25-30 दिन की अवस्था पर निराई-गुड़ाई कर पौधों पर मिट्टी चढ़ायें.

सब्जी की खेती करने वाले किसानों के लिए जरूरी जानकारी

सब्जियां किसानों को मिर्च, बैगन और अगेती फूलगोभी को उठी हुई क्यारियों में रोपने की सलाह दी जाती है. इस दौरान क्षेत्र में उचित जल निकासी बनाए रखना चाहिए.

पशुपालकों के लिए जरूरी जानकारी

बारिश के मौसम में पशुओं के आवास को सूखा रखें और मक्खी मच्छर रहीत करने के लिए  यूकेलिप्टस या लेमन ग्रास के तेल का छिड़काव करें.

English Summary: Advisory for Rajasthan Farmer: In this season, farmers of Rajasthan should take these precautions, otherwise there will be heavy loss Published on: 05 August 2022, 05:35 PM IST

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