कड़ाके की ठंड का असर जन जीवन पर ही नहीं पड़ रहा, सब्जियां भी इससे अछूती नहीं रहीं। जानकारों का कहना है कि अगर मकर संक्राति तक ऐसा ही मौसम रहा तो सब्जियां महंगी होने के आसार हैं। सब्जी वेलफेयर आढ़त एसोसिएशन के पदाधिकारियों का कहना है कि ऐसे मौसम के चलते आलू और टमाटर की आवक भी घटेगी। इसलिए थोक और खुदरा दोनों बाजार में आलू और टमाटर के दाम बढ़ेंगे । मनमाफिक दाम नहीं मिलने के कारण किसान जानवरों को आलू खिलाने को मजबूर हैं। लेकिन, नववर्ष पर बदले मौसम से किसानों के चेहरे पर राहत है। क्योंकि, मकर संक्रांति तक ऐसा ही मौसम बना रहता है। शीत लहर और कोहरे का कहर बना रहता है। तो इससे आलू और टमाटर के दाम बढ़ेंगे।
सब्जी वेलफेयर आढ़त एसोसिएशन के पदाधिकारियों का कहना है कि हाल में आलू चार से पांच रुपये प्रति किलोग्राम और टमाटर आठ से नौ रुपये प्रति किलोग्राम थोक के भाव से बिक रहा है। लेकिन, यही मौसम बना रहता है तो आलू आठ से नौ रुपये प्रति किलोग्राम और टमाटर 11 से 12 रुपये प्रति किलोग्राम थोक में बिक सकता है।
हरिओम गुप्ता, महामंत्री, सब्जी वेलफेयर आढ़त एसोसिएशन कहते हैं कि अब तक किसान को आलू और टमाटर के मनमाफिक दाम नहीं मिल रहे हैं। इससे किसान काफी परेशान है। लेकिन, ऐसा ही मौसम मकर संक्रांति तक बना रहा है तो आलू और टमाटर के दामों में वृद्धि होगी।
सुशील कुमार गुप्ता, संरक्षक, सब्जी वेलफेयर आढ़त एसोसिएशन का कहना है कि कोहरे और शीतलहर के चलते आलू और टमाटर की आवक घटेगी। साथ ही फसलों को भी नुकसान होगा। जिसका असर बाजार पर पड़ेगा। सब्जियों के दामों में वृद्धि होगी। ग्राहकों को अधिक जेब ढीली करनी पड़ेगी।
साभार
अमर उजाला
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