किसानों के हित के लिए केंद्र व राज्य सरकार कई योजनाएं चला रखी हैं, ताकि किसानों को खेती से जुड़ी किसी भी तरह की समस्या ना हो. इसी कड़ी में तेलंगाना सरकार ने किसानों को राहत पहुँचाने के लिए उनके खाते में सहायता राशि भेजी है. तेलंगाना सरकार ने रबी सीजन (Rabi Season ) के लिए अब तक राज्य के 62.99 लाख किसानों के खातों में रायथु बंधु योजना (Rythu Bandhu Scheme ) के तहत 7411 करोड़ रुपये जमा किए हैं.
इस फंड से किसान राज्यभर में 1,48,23,000 एकड़ में खेती कर सकेंगे. बता दें कि नलगोंडा जिले को सबसे अधिक 601.74 करोड़ रुपये की रायथु बंधु निधि मिली है, जिससे लगभग 4,69,696 किसानों को लाभ होगा. जबकि मेडचल-मलकजगिरी जिले में 33,452 किसानों के खातों में 33.65 करोड़ रुपये आए.
क्या है रायथु बंधु योजना? (What Is Rythu Bandhu Scheme?)
किसानों के लिए मई 2018 में निवेश सहायता योजना के तहत सरकार हर साल फसलों के लिए वित्तीय सहायता प्रदान की जाती है.
जब योजना शुरू की गई थी, तो यह राशि 8,000 रुपये प्रति एकड़ प्रति वर्ष (रबी और खरीफ दोनों मौसमों के लिए) थी और टीआरएस सरकार ने वर्ष 2019 से राशि को बढ़ाकर 10,000 रुपये कर दिया. सरकार हर फसल के मौसम की शुरुआत से पहले किसानों के बैंक खातों में 5,000 रुपये प्रति एकड़ जमा कर रही है.
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हालांकि सीएम ने इस संबंध में पीएम मोदी से बार-बार अनुरोध किया है, लेकिन कोई प्रतिक्रिया नहीं हुई. मंत्री ने केंद्र से स्थानीय खेती और अन्य कारकों पर विचार करते हुए राज्य सरकारों को न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) घोषित करने का अधिकार देने का आग्रह किया. उन्होंने कहा, "केंद्र को पूरी उपज एमएसपी पर खरीदनी चाहिए. उसे एमएसपी पर स्वामीनाथन समिति की सिफारिशों को लागू करना चाहिए." "केंद्र एमएसपी की घोषणा कर रहा है और अपनी जिम्मेदारियों को धो रहा है.
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