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खाद मिलाने और बीज डालने के लिए उपयोगी हैं ये टॉप 6 कृषि यंत्र

आधुनिक कृषि यंत्र समय की मांग है. यदि किसान खाद का खेतीं में अच्छे से वितरण करें, तो उनके उपज भी बढ़िया होती है. ऐसे में आज हम आपको टॉप 6 कृषि यंत्रों के बारे में बताने जा रहे हैं, जिसकी मदद से आप चंद मिनटों में खाद खेतों में डाल सकेंगे और बीजों की भी बुवाई कर सकेंगे. तो आइये जानते हैं भारत में मौजूद उर्वरक के लिए टॉप कृषि यंत्रों की पूरी जानकारी के बारे में.

रुक्मणी चौरसिया
Agriculture Machine for Planting Crops
Agriculture Machine for Planting Crops

भारत में बढ़ती आबादी को देखते हुए खाद समस्या का हल निकालना एक चुनौती बन सकती है. ऐसे में यदि किसान एक ही खेत में 2 से 3 तरह की फसलें पैदा करें, तो इस समस्या से निपटा जा सकता है. इसके लिए उन्नत बीज (Improved Seeds), रासायनिक खाद (Chemical Fertilizers), कीटनाशक दवा (Pesticides) तथा पानी की समुचित व्यवस्था (Proper Water Supply) के साथ-साथ समय पर कृषि कार्य (Agricultural Work) करने के लिए आधुनिक कृषि यंत्रों (Modern Agricultural Machinery) का प्रयोग भी अति आवश्यक है. इसी सन्दर्भ में आज हम आपको खाद डालने के लिए कृषि यंत्र (Agricultural Machinery for Fertilization) की जानकरी देने जा रहे हैं.

कोनो वीडर (Cono weeder)

  • कोनो वीडर का उपयोग धान की फसल की पंक्तियों के बीच के खरपतवारों को हटाने के लिए किया जाता है.

  • वीडर में फ्लोट, फ्रेम और हैंडल और दो रोटार होते हैं.

  • इसकी सतह पर चिकनी और दांतेदार पट्टियों को वेल्ड किया जाता है.

  • इसकी खेत की क्षमता 0.18 हेक्टेयर/दिन के साथ लागत 1900 रुपये है.

स्व-चालित पावर वीडर (Self-propelled power weeder)

  • यह मशीन कतार वाली फसलों, बागवानी और सब्जियों की फसलों में निराई और बीज बोने की तैयारी के लिए उपयोगी है.

  • इसमें पावर टिलर चेसिस, पावर ट्रांसमिशन सिस्टम, दो एमएस व्हील, एक फ्रेम और एक रोटरी टिलर और 4.1 किलोवाट डीजल इंजन शामिल होता है.

  • इंजन की बेल्ट और चेन की मदद से जमीन के पहियों तक रोटरी को फैलाई जाती है.

  • गहराई एडजस्टमेंट के लिए, पावर टिलर के दोनों किनारों पर फ्लैट से बने दो स्किड्स प्रदान किए जाते हैं.

  • रोटरी सिस्टम को बिजली से जोड़ने या बंद करने के लिए एक पावर कट-ऑफ डिवाइस प्रदान किया जाता है.

  • इसके साथ ही पावर वीडर की गति 2.3-2.5 किमी/घंटा है, जो 550 मिमी की प्रभावी कार्यशील चौड़ाई के साथ 0.10 से 0.13 हेक्टेयर/घंटा की क्षेत्र क्षमता प्रदान करती है.

  • खुरपी द्वारा हाथ से निराई की तुलना में उपकरण 90% परिचालन समय और 30% निराई की लागत बचाता है.

पावर वीडर (Power Weeder)

  • पावर वीडर को मैसर्स प्रीमियर पावर इक्विपमेंट एंड प्रोडक्ट प्राइवेट लिमिटेड के सहयोग से विकसित किया गया है.

  • यह बुवाई और मिट्टी की स्थितियों के तहत समय पर निराई ऑपरेशन करने के लिए उपयुक्त है.

  • यह एक स्व-चालित, कॉम्पैक्ट और हल्के वजन का पावर वीडर है.

  • इसका वजन 17 किलो है और इसमें 1.30 kW इंजन, फ्लोट और रोटरी कटिंग ब्लेड हैं.

  • दोनों तरफ चार हाई स्पीड रोटेटिंग ब्लेड (300 आरपीएम) हैं, जो एक बार में दो पंक्तियों को निराई करते हैं. कॉम्पैक्टनेस और कम वजन के कारण, इसे फसल की पंक्तियों के बीच गति से आसानी से चलाया जा सकता है.

ट्रैक्टर घुड़सवार 3-रो रोटरी वीडर (Tractor Mounted 3-Row Rotary Weeder)

  • यह लुधियाना में डिजाइन और विकसित किया गया है.

  • इसमें एक मुख्य फ्रेम, गियरबॉक्स, तीन रोटरी वीडिंग ब्लेड असेंबली, गियरबॉक्स से रोटरी असेंबली शामिल है.

  • ट्रैक्टर पीटीओ से पावर मेन फ्रेम पर लगे गियरबॉक्स और स्प्रोकेट और चेन के सेट के जरिए मेन स्क्वायर शाफ्ट तक पहुंचाई जाती है.

  • यह पंक्ति-से-पंक्ति अंतर को 675 से 1165 मिमी तक समायोजित करने की सुविधा प्रदान करता है.

  • 83-87% की निराई दक्षता के साथ मशीन की क्षेत्र क्षमता 0.24 हेक्टेयर/घंटा है.

  • इस मशीन की अनुमानित लागत 60,000 रुपये है.

उर्वरक बैंड प्लेसमेंट सह अर्थिंग अप मशीन (Fertilizer Band Placement Cum Earthing Up Machine)

  • यह मशीन मक्का, गन्ना, आलू आदि फसलों में उर्वरकों को एक साथ लगाने, मिट्टी चढ़ाने और खरपतवारों को काटने के लिए उपयुक्त है.

  • इसकी यूरिया उर्वरक दर 60 से 250 किग्रा/हेक्टेयर के बीच है.

  • यह पौधे से 50 से 100 मिमी उर्वरक की शीर्ष ड्रेसिंग में मदद करता है.

  • मशीन की क्षेत्र क्षमता 82.4% के साथ दक्षता 0.56 हेक्टेयर/घंटा है.

  • मशीन की अनुमानित लागत 50,000 रुपये है.

  • इसे परंपरागत तरीके के मुक़ाबले खाद, समय और श्रम की काफी बचत होती है.

रतून गन्ना के लिए ट्रैक्टर संचालित उर्वरक डिब्बलर (Tractor Driven Fertilizer Dibbler for Ratoon Sugarcane)

  • गन्ने की कटाई के बाद खेत को 150 मिमी की गहराई तक कचरे की एक चटाई से ढक दिया जाता है और पंच आवेदन फसल अवशेषों के माध्यम से उर्वरक लगाने में सक्षम बनाता है.

  • TNAU, कोयंबटूर में बिना मिट्टी की गड़बड़ी के और फसल अवशेषों के माध्यम से उर्वरक लगाने के लिए एक ट्रैक्टर संचालित उर्वरक डिब्बलर को डिजाइन और विकसित किया है.

  • इसकी लागत 45,000 रुपये है और खेत की क्षमता 0.2 हेक्टेयर/घंटा है.

English Summary: Top Agricultural Machines for Fertilization and Planting Published on: 16 February 2022, 04:46 PM IST

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