Junk food: जंक फूड, जिसका सेवन आज के इस युग में बढ़ता ही जा रहा है. इन खाद्य पदार्थों में वसा, चीनी, नमक और कार्बोहाइड्रेट काफी अधिक मात्रा में होता हैं, लेकिन विटामिन, खनिज और फाइबर जैसे पोषक तत्व बिल्कुल भी नहीं होता हैं. इस प्रकार के भोजन दुनिया भर में बेहद लोकप्रिय होते हैं, लेकिन नियमित रूप से जंक फूड का सेवन हमारे शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य दोनों के लिए गंभीर खतरा पैदा कर सकता है. तले हुए, अस्वास्थ्यकर वसा वाले जंक फूड का सेवन हमारे स्वास्थ्य पर नकारात्मक प्रभाव डालता है. हालाँकि लोग इसका सेवन करने से खुद को नहीं रोक पाते हैं क्योंकि इसके स्वाद की वजह से खाने की आदत पड़ जाती है.
जंक फूड की लत क्यों लगती है?
ये खाद्य पदार्थ हमारे मस्तिष्क में आनंद केंद्रों को रोशन करते हैं और डोपामाइन जैसे अच्छा महसूस कराने वाले रसायनों के स्राव को ट्रिगर कर देते हैं. हमारे दिमाग के लिए क्रेविंग भी एक भावनात्मक स्थिति है जिसमें जंक फूड खाने की इच्छा होती है.
जंक फूड में नमक, चीनी, वसा और परिरक्षकों की मात्रा अधिक होती है, जिसका हमारे मस्तिष्क पर गहरा असर पड़ता है. इस प्रकार के खाद्य पदार्थ हमारे मस्तिष्क को संकेत भेजेंगे की हमारा पेट नहीं भरा है और हमें खाना जारी रखना चाहिए. इस प्रक्रिया के दौरान, हम अपने शरीर को आवश्यक पोषक तत्व प्रदान करने के बजाय, उस पर ऐसे भोजन का बोझ डाल देते हैं जिसका चयापचय करना कठिन होता है.
जंक फूड का हमारे स्वास्थ्य पर असर
जंक फूड हमारे स्वास्थ्य पर प्रतिकूल प्रभाव डालता है. नियमित रूप से इसका सेवन करने से हमारा वजन बढ़ सकता है, जिसके कारण अस्थमा और सांस की तकलीफ सहित श्वसन संबंधी समस्याओं का खतरा बढ़ जाता है. अत्यधिक वजन हमारे हृदय और फेफड़ों पर भी दबाव डालता है.
हृदय संबंधी समस्या
जंक फूड खाने से हमारे शरीर को हृदय संबंधी समस्याओं का खतरा बढ़ना है. उच्च शर्करा और सोडियम धमनियों में सूजन पैदा करती है. खराब कोलेस्ट्रॉल से धमनियां अवरुद्ध हो सकती हैं और स्ट्रोक का खतरा बढ़ सकता है.
किडनी में समस्या
अधिक मात्रा में जंक और प्रसंस्कृत खाद्य पदार्थ खाने से हमारी किडनी के स्वास्थ्य पर भारी असर पड़ सकता है. फास्ट फूड में मौजूद सोडियम और फॉस्फोरस हमारी किडनी के कामकाज में बाधा डालते हैं.
दांतों की समस्या
जंक फूड हमारे मौखिक स्वास्थ्य को बर्बाद कर सकते हैं क्योंकि इन खाद्य पदार्थों में मौजूद चीनी और नमक का उच्च स्तर हमारे मुंह में हानिकारक बैक्टीरिया पैदा कर सकता है. ये हानिकारक बैक्टीरिया एसिड उत्पन्न कर सकते हैं जो हमारे दांतों के इनेमल को तोड़ देता हैं और कैविटी का कारण बनता है.
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मानसिक स्वास्थ्य पर असर
जंक फूड में मौजूद उच्च चीनी और नमक हमारे मानसिक स्वास्थ्य को भी प्रभावित करते हैं. जंक फूड से अवसाद का खतरा बढ़ जाता है और इसकी आदत पड़ने से हम प्राय: मानसिक असंतुलन में बने रहते हैं. विद्यार्थी जीवन में लगातार बढ़ रहे तनाव और अवसाद का सबसे बड़ा कारण यह फास्ट फूड की वजह से है. बच्चे शुरु से ही इसका सेवन कर रहे हैं, जो बाद में जाकर उनकी सेहत पर गहरा असर डालता है.
बचाव
इन रोगों से बचाव के लिए हमें ऐसे खाद्य पदार्थों का चयन करना चाहिए, जो विविध हों और जिनमें उच्च पोषण मूल्य हो. फास्ट फूड हमारे दिमाग को स्वाद तो देते हैं लेकिन यह धीरे-धीरे शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को खत्म कर देते हैं. हमें अपने खान-पान में हमेशा हरी फल सब्जियों का ही इस्तेमाल करना चाहिए.
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