अगर मौसम थोड़ा भी बदलता है तो उसका सीधा असर हमारे शरीर पर देखने को मिलता है. मौसम में हुए बदलाव के कारण हमें सर्दी-खासी जैसी बीमारियां जकड़ लेती है. बहुत से लोग ख़ासी से निपटने के लिए बहुत से लोग कफ के सिरप का प्रयोग करते है लेकिन ये सिरप कुछ ही समय के लिए लाभकारी होते है.अगर आपको सूखी खासी से छुटकारा पाना है तो आप एक घरलू उपाय अपना सकते है.
शहद की चाय
सुखी ख़ासी से निजात दिलाने में शहद वाली चाय काफी असरकारी साबित होती है. शहद की चाय पीने की लिए गर्म किये हुए पानी में एक हर्बल चाय के साथ दो चम्मच शहद मिलाकर इस मिश्रण को दिन में दो बार पीये और फिर देखे आप को लाभ होगा। सुखी खासी को दूर करने के लिए हम दिन में 2-3 दिन बार शहद का प्रयोग कर सकते है इससे भी काफी आराम मिलेगा।
मुलेठी वाली चाय
मुलेठी का तो आयुर्वेद की औषधीयों में तो अपना एक अलग ही स्थान है. तह एक ऐसी जड़ी बूटी है जिसको आयूर्वेद्य के दिव्य औषधियों में इसे जगह मिली है इसका भी सेवन करने से सुखी खासी में लाभ मिलता है. इसकी चाय बनाने के लिए मुलेठी की मूल को दो चम्मच शहद के साथ इसे बर्तन में 10 से 15 मिनट उबाले दिन में इस घोल का प्रयोग चाय की तरह दो बार करे और ऐसा करने से सुखी खासी में बहुत लाभ मिलेगा।
मसाला चाय
मसाला चाय पीने के लिए तुलसी , काली मिर्च और अदरख में थोड़ी से शहद मिलाकर इसका सेवन करने से सुखी खासी में बहुत आराम मिलेगा।
गरम पानी का गरारा करने से भी मिलता है सुखी खासी में लाभ
एक गिलास पानी में एक चम्मच नमकमिलाकर गरारा करने से भी सुखी काशी खासी में बहुत लाभ मिलयता मिलता है .जब आप नमक साथ मिले हुए पानी के साथ गरारा करते है तो हमारे गले का दर्द ठीक होने लगता है.
काली मिर्च
काली मिर्च को पीसकर घी के साथ भून कर खाने से सूखी खासी में आराम मिलता है.
तुलसी का काढ़ा
तुलसी के पत्ती को पीसकर उसका रस निकाल ले फिर उसे अदरख और शहद के साथ मिलाकर पिए. ऐसा करने से सुखी खासी में बहुत लाभ मिलता है।
प्रभाकर मिश्रा, कृषि जागरण
Share your comments