यू तो आपके घर की रसोई में रखे हर एक चीज में कुछ ना कुछ औषधीय गुण जरूर होते है जिसका हमें शरीरिक रूप से फायदा मिलता है. जैसे कि जो जीरा है वह आपकी पाचन शाक्ति के लिए अच्छा है, ये मोटापे को भी घटाता है, हल्दी एंटी ऑक्साइड है जो चेहरे को चमकाती है आदि. ऐसे ही एक जरूरी औषधि है 'मुलेठी'. मुलेठी बीमारियों से दूर रखने में काफी ज्यादा फायदेमंद होती है. इसकी खास बात यह है कि इसका उपयोग भारतीय आयुर्वेद के साथ-साथ चीनी दवाओं में भी इसका प्रयोग होता रहता है. तो आइए जानते है सेहत और स्वाद से भरपूर इस खास औषधि के बारे में कुछ खास बाते :
क्या है मुलेठी :
मुलेठी एक झाड़ीनुमा पौधा होता है. इसमें गुलाबी और जामुनी रंग के फूल होते है. इसकी पत्तियां संयुक्त होती है और मूल जड़े छोटे-छोटे रूप में निकलती है. इसकी खेती भारतवर्ष में पूरे साल होती है. अगर इसकी खेती की बात करें तो सामान्यतः यह ऊंचाई वाले इलाकों में ही पाई जाती है. भारत में देहारादून, जम्मू-कश्मीर, सहारनपुर में इसको लगाने में काफी सफलता भी मिली है. मुलेठी अंदर से पीले रंग की और हल्के रंग वाली होती है. विदेशी आयातित औषधियों में मिश्री मुली को प्रमुख औषधि मानी गई है.
ये है मुलेठी के फायदें :
तो आइए जानते है कि औषधीय गुणों से भरपूर मुलेठी के कौन-कौन से फायदें है
1. त्वचा के लिए लाभकारी :
मुलेठी त्वचा के लिए लाभकारी है। पफोड़ों पर मुलेठी का लेप लगाने से वे जल्दी ठीक हो जाते है.
2. हदृय रोगों में लाभ :
मुलेठी हदृय से संबंधित रोगों में भी लाभकारी है, इसके चूर्ण को मिश्री युक्त जल के साथ लेने पर हृदृय रोगों में काफी लाभ मिलता है.
3. आंखों के लिए फायदेमंद : मुलेठी का लाभ यह है कि इससे आंखों को धोने से नेत्र के रोग काफी दूर होते है.
4. नाक और कानों को लाभ :
मुलेठी नाक और कानों के रोग के लिए काफी ज्यादा फायदेमंद होती है. मुलेठी और द्राक्षा से साथ में पकाए दूध को कानों में डालने से कर्ण रोग में लाभ होता है.
5. कंठ रोगों से राहत :
मुलेठी का सबसे बड़ा फायदा गले से जुड़े रोगों को दूर करने में होता है। इसको लगातार चूसने से खांसी और कंठ रोग दूर होता है.
किशन अग्रवाल, कृषि जागरण
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