नींबू घास (लेमन ग्रास) काफी भारतीय घरों में उगाई जाती है। इसे लेमन ग्रास / चायना ग्रास / भारतीय नींबू घास / मालाबार घास अथवा कोचीन घास भी कहते हैं। यह मूल रूप से भारत तथा अन्य गरम देशों का पौधा है और लगातार उगता रहता है आकार में लंबा होता है और हमेशा हरा रहता है.
लेमन ग्रास को दक्षिण-पूर्व एशिया के बाहर कोई नहीं जानता था, लेकिन आज विश्व के कई हिस्सों में इसे उगाया जाता है। कुछ इसे हर्ब कहते हैं और कुछ लोग ग्रास (घास)। लेमन ग्रास, ग्रास और हर्ब दोनों ही है.
इसकी पत्तियां चाय में डालने हेतु उपयोग में लेते हैं। पत्तियों में एक मधुर तीक्षण गंध होती है जो चाय में डालकर उबलकर पीने से ताजगी के साथ साथ सर्दी आदि से भी राहत देती है. इसकी खेती के लिए डूंगरपुर, बांसवाड़ा व प्रतापगढ़ के कुछ हिस्से उपयुक्त हैं. जहाँ यह प्राकृतिक रूप से पैदा होती है. इसकी विधिवत खेती केरल, तमिलनाडु, कर्नाटक, असम, पश्चिम बंगाल, उत्तर प्रदेश एवं राजस्थान राज्यों में हो रही है.
लेमन ग्रास के फायदे
इसे चाय के साथ लेना चाहिए, क्योंकि यह बुखार, कफ और सर्दी में फायदा करता है. इसमें प्रतिऑक्सीकारक और विटामिन सी प्रचुर मात्रा में होता है, इसलिए यह शरीर के कुछ मूलभूत तत्वों को संतुलित करता है. ताजे या सूखे दोनों तरह के लेमन ग्रास का प्रयोग किया जा सकता है. इसका तना पत्तेदार प्याज की तरह होता है। जब इसे टुकड़ों में काटा जता है, तब इसकी खट्टी सुगंध फैलती है. इसका फ्लेवर नींबू की तरह होता है. लेमन ग्रास की जगह इसकी छाल का भी प्रयोग किया जा सकता है, पर उसकी सुगंध उतनी ताजी नहीं रहती.
इसे करी, सूप तथा कैसरेल्स में इस्तेमाल किया जा सकता है, विशेष कर चिकन तथा समुद्री खाद्य पदार्थो में. इसके नीचे का हिस्सा ही खाने लायक रहता है. इसे महीन पतला काटना चाहिए. फ्लेवर लाने के लिए इसके पूरे तने को जगह-जगह काट कर डिश में डाल देना चाहिए और सर्व करने से पहले इसे डिश से निकाल कर हटा देना चाहिए. सूखे या पाउडर रूप में भी इसका इस्तेमाल हो सकता है. यदि करी या सूप में इसका प्रयोग लहसुन, धनिया या मिर्च के साथ किया जाए तो स्वाद बहुत अच्छा आता है.
जिस परफ्यूम, साबुन या क्रीम में लेमन ग्रास तेल का प्रयोग होता है, उसके फ्लेवर से स्फूर्ति आ जाती है. चीन के लोग लेमन ग्रास का प्रयोग कई तरह की बीमारियों जसे सिर दर्द, पेट दर्द आदि के इलाज के लिए करते हैं. इसमें कुछ ऐसे गुण भी होते हैं, जो मुंहासे ठीक करने में लाभदायक हैं. यह ब्लड प्रेशर भी कम करता है.
गिरीश पांडे, कृषि जागरण
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