हर साल फूड एलर्जी जागरुकता सप्ताह मनाया जाता है. इस साल मई 8-14 तक फूड एलर्जी अवेयरनेस सप्ताह प्रोग्राम मनाया जा रहा है. इस अवेयरनेस प्रोग्राम के कारण, लोगों के बीच यह जागरूकता फैलती है कि कौन से खाद्य उत्पादों से घातक एलर्जी होने का खतरा है.
इस अवेयरनेस प्रोग्राम को फूड एलर्जी रिसर्च एंड एजुकेशन की तरफ से शुरू किया गया था और सबसे पहला फूड एलर्जी अवेयरनेस प्रोग्राम 1998 में शुरू किया गया था.
फूड एलर्जी को इस तरह समझाया जा सकता है कि यदि एक विशिष्ट प्रकार के फूड उत्पाद आपके शरीर में प्रवेश करते हैं इम्यून सिस्टम में हस्तक्षेप करते हैं, डिस्टर्ब कर देता है उस परिस्थिति को फूड एलर्जी कहा जाता है. इम्यून सिस्टम की तरफ से रिएक्शन थोड़े सी मात्रा के फूड से भी हो सकता है. इससे यह पाचन समस्याओं का कारण बन सकता है. अन्य लक्षण जो पेट की समस्याओं के साथ हो सकते हैं, त्वचा प्रतिक्रियाएं शामिल हैं. फूड एलर्जी खास तौर पर 3 साल तक के बच्चों को ज्यादा होता है. कुछ लोगों में ये बेद खतरनाक स्तर का होता है जिसे एनाफिलैक्सिस (anaphylaxis) कहते हैं. यह हर किसी में नहीं होता है. किसी शख्स को फूड एलर्जी की समस्या तब होती है जब किसी खास प्रकार के फूड से निकलने वाले प्रोटीन को इम्यून सिस्टम गलत तरीके से लेता है तो उसका पूरी बॉडी सिस्टम पर गलत प्रभाव पड़ता है.
फूड एलर्जी के लक्षण
कई बार खाना खाने के तुरंत बात एलर्जी की शिकायत सामने आती है जबकि कई बार ऐसा होता है कि खाना खाने के काफी देर बाद एलर्जी की समस्या होती है जिसे हम पहचान नहीं पाते और फिर वह हमारे लिए खतरा बन जाता है. जानते हैं फूड एलर्जी के लक्षणों के बारे में-
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सांस लेने में समस्या
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नाक का जाम हो जाना
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पेट में दर्द
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खुजली
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थकान, सुस्ती छाना, सिर दर्द या बेहोशीपन छाना
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होठों में, चेहरे पर, जीभ या शरीर के किसी अन्य हिस्से में सूजन
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डायरिया और उल्टी
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मुंह के अंदर खुजली
फूड एलर्जेन लेबलिंग एंड कंज्यूमर प्रोटेक्शन एक्ट 2004 (Food Allergen Labeling and Consumer Protection Act of 2004) (FALCPA) ने बिग 8 एलर्जेंस' (Big eight allergens) 8 फूड आइटम्स के बारे में एक लिस्ट जारी की है.
दूध (Milk)
क्या आप जानते हैं कि दूध से भी एलर्जी होती है. गाय के दूध से एलर्जी सबसे आम प्रकार की एलर्जी में से एक है. यह या तो दूध पीने से या क्रीम, पनीर, आइसक्रीम, दही और मक्खन जैसे प्रोडक्शन का सेवन करने से होती है. जब दूध से एलर्जी वाला व्यक्ति दूध के संपर्क में आता है, तो दूध में प्रोटीन व्यक्ति की प्रतिरक्षा प्रणाली द्वारा बनाए गए विशिष्ट IgE एंटीबॉडी से बंध जाता है. यह व्यक्ति की प्रतिरक्षा सुरक्षा को ट्रिगर करता है, जिससे प्रतिक्रिया के लक्षण होते हैं जो हल्के या बहुत गंभीर हो सकते हैं.
अंडे (Egg)
मुर्गी के अंडे से एलर्जी शिशुओं और छोटे बच्चों में सबसे आम खाद्य एलर्जी है, लेकिन बड़े बच्चों और वयस्कों में कम आम है. अधिकांश बच्चे अंततः अंडे से अपनी एलर्जी को बढ़ा देते हैं (6 वर्ष की आयु तक 71%), हालांकि कुछ व्यक्तियों को जीवन भर अंडे से एलर्जी रहती है. किसी को अंडे की सफेदी से एलर्जी हो और हो सकता है कि इसकी जर्दी (yolk) का सेवन करने से हो.
मूंगफली (Peanuts)
मूंगफली एलर्जी 18 वर्ष से कम उम्र के बच्चों में सबसे आम खाद्य एलर्जी है और वयस्कों में तीसरी सबसे आम खाद्य एलर्जी है. मूंगफली एलर्जी आमतौर पर आजीवन होती है: मूंगफली एलर्जी वाले लगभग 20 प्रतिशत बच्चे ही समय के साथ इसे बढ़ा देते हैं. जब मूंगफली से एलर्जी वाला व्यक्ति मूंगफली के संपर्क में आता है, तो मूंगफली में प्रोटीन व्यक्ति की प्रतिरक्षा प्रणाली द्वारा बनाए गए विशिष्ट IgE एंटीबॉडी से बंध जाता है. मूंगफली प्रोटीन के बाद के संपर्क में, आमतौर पर मौखिक अंतर्ग्रहण द्वारा, व्यक्ति की प्रतिरक्षा सुरक्षा को ट्रिगर करता है, जिससे प्रतिक्रिया के लक्षण होते हैं जो हल्के या बहुत गंभीर हो सकते हैं.
सोयाबीन (Soybeans)
सोयाबीन फलियां परिवार का सदस्य है. अक्सर बच्चों में पाई जाने वाली इस तरह की एलर्जी सोयाबीन या इसके किसी भी बायप्रोडक्ट्स के सेवन से होती है. इससे पीड़ित लोगों को सोया-मुक्त आहार का सेवन करना चाहिए जो कि सोया दूध, टोफू और सोया सॉस जैसे खाद्य पदार्थों से अलग हो.
गेहूं (Wheat)
गेहूं की एलर्जी और सीलिएक रोग दोनों प्रतिकूल खाद्य प्रतिक्रियाएं हैं, लेकिन उनके अंतर्निहित कारण बहुत अलग हैं. गेहूं में प्रोटीन के प्रति प्रतिकूल प्रतिरक्षाविज्ञानी (IgE-मध्यस्थता) प्रतिक्रिया से गेहूं की एलर्जी का परिणाम होता है और कुछ व्यक्तियों में प्रतिक्रियाओं से त्वचा, जठरांत्र संबंधी मार्ग, श्वसन प्रणाली और एनाफिलेक्सिस से जुड़े विशिष्ट एलर्जी लक्षण हो सकते हैं. एलर्जी की प्रतिक्रिया ट्रिगर से बचने के लिए गेहूं मुक्त आहार का सेवन करने की सलाह दी जाती है.
ट्री नट्स (Tree Nuts)
पेड़ों से आने वाले फूड सीड्स ट्री नट्स कहलाते हैं और वे एक कॉमन तरह की एलर्जी पैदा करते हैं. ट्री नट एलर्जी बच्चों और वयस्कों दोनों में सबसे आम खाद्य एलर्जी में से एक है. अखरोट, बादाम, हेज़लनट, पेकान, काजू और पिस्ता से एलर्जी सबसे अधिक बच्चों और वयस्कों द्वारा बताई गई छह ट्री नट एलर्जी हैं.
शेलफिश (Shellfish)
शेलफिश एलर्जी वयस्कों में सबसे आम खाद्य एलर्जी है और बच्चों में सबसे आम खाद्य एलर्जी में से एक है. अमेरिका की लगभग 2% आबादी शेलफिश से एलर्जी की रिपोर्ट करती है. शेलफिश एलर्जी आमतौर पर आजीवन होती है. यह एलर्जी शेल फिश जैसे झींगा, स्क्विड, लॉबस्टर, और झींगा के खाने से होती है. शेलफिश में मौजूद तॉमन प्रोटीन टाइप शेलफिश एलर्जी को ट्रिगर कर सकते हैं उनमें मायोसिन लाइट चेन, ट्रोपोमायोसिन और आर्जिनिन किनेज शामिल हैं.
मछली (Fish)
मछली एलर्जी वाले लगभग 40 प्रतिशत लोग वयस्कों के रूप में अपनी पहली एलर्जी प्रतिक्रिया का अनुभव करते हैं.मछलियों से एलर्जी आम है और यह एक मछली से दूसरी मछली तक हो सकती है. अगर किसी ने दूषित मछली का सेवन कर लिया तो एलर्जी हो सकती है. इसलिए लोगों को इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि वे क्या और कैसी गुणवत्ता वाले फूड आइटम्स का सेवन करते हैं.
लेखिका:
श्रीमती. सोनाली सिद्धार्थ सावंत,अस्सिटैंट प्रोफेसर, डिपार्टमेंटऑफ़ टेक्नोलॉजी, (फूड टेक्नोलॉजी),शिवाजी यूनिवर्सिटी, कोल्हापुर, महाराष्ट्र. (7020121293)
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