Home Gardening Tips: अंगूर खाना सायद ही किसी को पंसद ना हों, बच्चों से लेकर बूढ़ों तक हर कोई बड़े ही चाव के साथ अंगूर का सेवन करते हैं. अंगूर में एंटीऑक्सिडेंट, विटामिन C और K काफी अच्छी खासी मात्रा में पाए जाते हैं, जो हृदय स्वास्थ्य बनाए रखने, प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत करने और कैंसर से बचाव करने में मदद करते हैं. अंगूर खाने से पाचन बेहतर, हड्डियों मजबूत और त्वचा स्वस्थ रहती है. अंगूर खरीदने के लिए हमें बाजार जाना होता है और अधिक खर्च करना होता है. लेकिन क्या आप जानते हैं, आप अंगूर का पौधा अपने घर में भी लगा सकते हैं. घर में अंगूर उगाने के लिए आपको कुछ महत्वपूर्ण बातों का ध्यान रखना होता है. बता दें, अंगूर एक बेल वाली फसल है, जिसे आसानी से घर में लगाया जा सकता है. सही देखभाल और तरीका आपको अच्छी पैदावार दे सकता है. आइये कृषि जागरण के इस आर्टिकल में जानें, अंगूर का पौधा घर में कैसे लगाया जा सकता है?
उपयुक्त जलवायु और स्थान
अंगूर का पौधा लगाने से पहले आपको जलवायु और स्थान का सही चयन करना होता है. इसके पौधे के लिए गर्म और सूखी जलवायु उपयुक्त मानी जाती है. आपको इसका पौधा लगाने के लिए किसी ऐसी जगह का चयन करना चाहिए जहां पर्याप्त धूप आती हो. इसकी बेल को रोजाना कम से कम 6 से 8 घंटे की धूप चाहिए होती है.
मिट्टी की तैयारी
घर में अंगूर उगाने के लिए आपको उपजाऊ और अच्छी जलनिकासी वाली मिट्टी की जरूरत होती है. यदि मिट्टी भारी या जलभराव वाली है, तो इसमें आपको रेत या कोको पीट मिला लेना चाहिए. अंगूर के पौधे के लिए मिट्टी का पीएच लेवल 6.0 से 7.0 के बीच उपयुक्त माना जाता है.
पौधा का चयन
अंगूर के पौधे को 2 तरीको से उगाया जा सकता है, एक कटिंग करके और दूसरा बीज के द्वारा. इसका बीज आप स्थानीय नर्सरी से खरीद सकते हैं. अंगूर का पौधा चुनते वक्त सुनिश्चित करें कि वह स्वस्थ और कीट-रहित हो.
गमले का चयन
घर अंगूर का पौधा लगाने के लिए आप गमला ले सकते हैं या फिर 2 से 3 फुट गहरा और चौड़ा गड्ढा खोद करके भी लगा सकते हैं. आपको बड़े आकार के गमले का चयन करना चाहिए, जिससे गमले में अंगूर की बेल को ठीक तरह से सहारा दिया जा सके. इसके गमले में ऑर्गेनिक खाद को डालकर मिट्टी को अच्छे से मिलाएं.
पौधे के लिए पर्याप्त पानी
आपको इसके पौधे को नियमित पानी देने की आवश्यकता होती है. इसके पौधे को ज्यादा पानी नहीं देना चाहिए, क्योंकि जलभराव इसकी बेल के लिए हानिकारक साबित हो सकता है. गर्मियों के मौसम में आपको इसके पौधे में एक हफ्ते में 2 से 3 बार पानी देना चाहिए.
खाद और पोषण
अंगूर के पौधे के अच्छे विकास के लिए नियमित पोषण देने की जरूरत होती है. आपको इसके पौधे में हर 3 से 4 महीने में ऑर्गेनिक खाद को डालाना चाहिए. जैसे-जैसे बेल की आकार बढ़ता जाए, वैसे-वैसे आपको पोटैशियम की मात्रा में बढ़ेत्तरी करनी चाहिए, इससे फल के आकार और स्वाद में सुधार होता है.
सहारा देना
अंगूर की बेल को सहारा देनी की आवश्यकता होती है, इसके लिए आप ट्रेलिस या बांस से बेल को बांध सकते हैं. इसकी बेल को जमीन पर फैलने से बचाने के लिए आपको इसकी बेल को ऊपर की तरफ करना चाहिए. यदि इसकी बेल को सहारा मिलता है, जिससे फल स्वस्थ और साफ सुथरे रहते हैं.
छंटाई (प्रूनिंग)
अंगूर के पौधा से अच्छे फल प्राप्त करने के लिए आपको इसकी बेल की छंटाई कर सकते हैं, इससे बेल की वृद्धि नियंत्रित रहती है और फल की गुणवत्ता में भी सुधार होता है. सर्दियों के मौसम में इसके बेल जब निष्क्रिय हो जाती है, तो आपको उस समय इसकी छंटाई करनी चाहिए. आपको इसकी बेल से पुराने और सूखे तनों को हटा देना चाहिए, जिससे नए तनों को बढ़ने की जगह मिल सकें.
अंगूर की तुड़ाई
इसके फल को पूरी तरह से पकने पर ही आपको अंगूर की तुड़ाई करनी चाहिए. अंगूर की तुड़ाई का सही समय इसके फल का रंग बदलने और नरम होने पर होता है. आपको इसकी बेल से फल की तुड़ाई सुबह के समय करनी चाहिए.
देखभाल और रखरखाव
अंगूर की बेल के अच्छे विकास के लिए आपको नियमित देखभाल की आवश्यकता होती है. आपको इसकी बेल के आसपास से मिट्टी को समय-समय पर खोदना चाहिए, खरपतवार हटाना चाहिए और आवश्यकतानुसार पानी और खाद को डालना चाहिए. आपको इसकी बेल को बढ़ने के लिए खुली जगह देनी चाहिए और नियमित रूप से ट्रेलिस को चेक करें ताकि बेल सही दिशा में बढ़े.
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