Green Chilli Plant: भारत में काफी तेजी से किचन गार्डिंग की लोकप्रियता बढ़ती जा रही है, अधिकतर लोग बाजारों में बिकने वाली रासायनिक युक्त सब्जियों से छुटकारा पाने के लिए घरों में ही सब्जियां उगाना पंसद कर रहे हैं. अगर आप भी घर पर ही सब्जियां उगा रहे हैं, तो ऐसे में आपके लिए पौधें के अच्छे विकास और बेहतर उत्पादन के लिए जैविक उपाय अपनाना काफी जरूरी हो जाता है. अधिकतर लोग अपने घर में हरी मिर्च उगाना पंसद करते हैं, जिससे उन्हें ताजा और बिना किसी केमिकल के हरी मिर्च प्राप्त होती है. लेकिन आप जैविक विधि को अपनाकर हरी मिर्च की उपज बढ़ाने के साथ-साथ उसकी गुणवत्ता भी अच्छी कर सकते हैं.
फूल कम आना या झड़ना
किचन गर्डिंग में अधिकतर लोगों के सामने हरी मिर्च के पौधों में कम फूल आने की समस्या रहती है या फिर फूल गिरने से परेशान रहते है. वहीं, कई बार पौधे में हरी मिर्च आने के बाद भी इसके फूल गिरते हैं. इस समस्या से छुटकारा पाने के लिए ज्यादातार लोग रासायनिक तरीकों को अपनाते हैं लेकिन ऐसे में आप ऑर्गेनिक तरीके से भी इस परेशानी से छुटकारा पा सकते हैं.
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पौधे में खट्टी दही या छाछ
इस परेशानी से छुटकारा पाने के लिए आप खट्टी दही या छाछ का उपयोग कर सकते हैं, इससे मिर्च के पौधे से फूल झड़ने की परेशानी थत्म हो जाती है और पौधें से अच्छी गुणवक्ता वाली हरी मिर्च भी प्राप्त होती है. इसके लिए, आपको 5 से 7 दिन पुरानी खट्टी दही या छाछ का इस्तेमाल करना चाहिए. आपको 10 लीटर पानी में लगभग 500 ग्राम छाछ या खट्टी दही को मिलाकर एक घोल तैयार कर लेना है. मिर्च के पौधे पर इस घोल का छिड़काव करने से मिर्च गिरनी कम हो जाती है और पौधा का सही विकास होता है, जिससे फलों भी अच्छी मात्रा में आते है.
मजबूती के लिए करें उपाय
इसके अलावा, आप हरी मिर्च के पौधे के अच्छे विकास और स्वस्थ रखने के लिए ह्यूमिक एसिड और फोलिक एसिड का भी इस्तेमाल कर सकते हैं. आपको इनका घोल बनाकर हरी मिर्च के पौधे पर और उसकी जड़ पर छिड़काव करना होता है, जिससे पौधें को मजबूती मिलती है.
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