![: एवोकाडो की खेती से किसानों की होगी मोटी कमाई (Picture Credit - Krishi Jagran)](https://kjhindi.gumlet.io/media/87742/avocado-farming-tips.jpg)
Avocado Farming: भारत के किसानों के बीच विदेशी फलों की खेती तेजी पकड़ रही है. ऐसे में किसान कम समय में ज्यादा मुनाफा कमाने के लिए एवोकाडो जैसे विदेशी फलों की खेती कर रहे हैं. यह फल कई पोषक तत्वों से भरपूर होता है, जिससे देश में इसकी लोकप्रियता बढ़ रही है. एवोकाडो को सेहत के लिए काफी लाभदायक माना जाता है, इसमें विटामिन बी, सी, ई, कार्बोहाइड्रेट, मैग्नीशियम, पोटेशियम और फाइबर जैसे कई पोषक तत्व पाए जाते हैं. एवोकाडो में प्रोटीन 4% और वसा 30% होता है, लेकिन इसमें कार्बोहाइड्रेट की कम मात्रा पाई जाती है. यह फल किसी भी फल की तुलना में अधिक ऊर्जा वाला होता है.
जलवायु और तापमान
एवोकाडो के पौधे के लिए 20 से 25 डिग्री सेल्सियस तापमान के बीच वाली मिट्टी उपयुक्त मानी जाती है, जिसमें यह पनपते हैं. वहीं 10 डिग्री से नीचे और 30 डिग्री से ऊपर का तापमान इसकी जड़ के विकास में बाधा डाल सकता है. वैसे, तो एवोकाडो फल की खेती मेक्सिको और मध्य अमेरिका में की जाती है, लेकिन 30 डिग्री सेल्सियस में भी भारत के कई राज्यों के किसान इस फल की खेती कर रहे हैं और सफल भी हो रहे हैं. तमिलनाडु, केरल, कर्नाटक और पूर्वोत्तर हिमालयी राज्यों के क्षेत्र में हर साल लगभग 7000 टन एवोकाडो का उत्पादन किया जाता है.
एवोकाडो की किस्में
एवोकाडो की तीन प्रजातियां है, जिनेमें वेस्ट इंडियन, ग्वाटेमाला एवं मैक्सिकन हैं. देश में इनका परीक्षण किया गया है. दुनियाभर में इस फल की 100 से अधिक किस्में पाई जाती है. लेकिन यदि हम इसकी प्रमुख किस्मों की बात करें, तो इसमें ग्रीन टाइप, पुयेवला, गॉट-फ्राइड फ्यूरेट, पर्पल, टीकेडी-1, नाबाल, लिंडा, पोलक, वाल्डिन, अर्का सुप्रीम और हैस शामिल है.
एवोराडो की बुवाई
एवोकाडो के पौधे की बुवाई मार्च-अप्रैल के बीच करनी अच्छी होती है, क्योंकि इस दौरान मौसम और जलवायु अच्छे रहता है. इसकी बुवाई के लिए योग्य पौधें का चयन बेहद जरूरी होता है. एवोकाडो पेड़ के से बीजों को पहले निकालकर रखना चाहिए और उन्हें जड़ में मिला लेना चाहिए. किसान इसके पौधे की बुवाई के बाद पर्यापन देना होता है, जिससे पौधा ठीक से विकसित हो सकें.
प्रति हेक्टेयर 10 से 20 टन तक उपज
एवोकाडो की खेती से उपज इसके कारकों पर निर्भर करते हैं, इसमें बीज का प्रकार, खेती की तकनीक और जल सप्लाई शामिल है. यदि किसान सही तरीके से इस फल की खेती करते हैं, तो प्रति हेक्टेयर से लगभग 10 से 20 टन उपज प्राप्त कर सकते हैं. बता दें, एवोकाडो के पेड़ बड़े होते हैं और इनकी सही से देखभाल बेहद जरूरी होती है.
एवोकाडो की कीमत
भारत में एवोकाडो फल के लगभग 1 किलोग्राम की कीमत 200 से 300 रुपये के बीच हो सकती है. इस फल की कीमत इसके प्रकार और गुणवत्ता पर भी निर्भर करती है. कहीं इस फल का मूल्य अधिक, तो कहीं कम भी हो सकता है.
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