अच्छे दिन आएंगे यह तो सबने सुना थे लेकिन ये दिन इंसानो के साथ साथ जानवरो के जीवन में भी बहार ले आएंगे ये शायद ही किसी ने सोचा होगा . हिमाचल सरकार ने बेसहारा पशुओं के लिए काऊ सेंक्चुरी बनाने का फैसला किया है. सरकार का कहना है की हर ज़िले में काऊ सेंक्चुरी बनाई जाएगी, और एनजीओ के सहयोग से इन काऊ सेंक्चुरी की स्थापना की जाएगी।
राज्य सरकार एनजीओ को 1 रुपए सालाना लीज पर जमीन दिलवाई जाएगी । हालांकि लीज सीधे एनजीओ के बजाए पशुपालन विभाग के नाम पर की जाएगी। पशुपालन और पंचायती राज और ग्रामीण विकास मंत्री वीरेंद्र कंवर ने इसको लेकर विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक की है। उन्होंने पशुपालन विभाग को इसका विस्तृत प्लान तैयार करने के आदेश दिए हैं। इस मामले को आखरी मंजूरी के लिए कैबिनेट में रखा जाएगा।
साथ ही हिमाचल सरकार ने कमेटी का गठन भी किया है जिसका उद्देश्य बेसहारा पशुओं की समस्या के समाधान करना होगा, और हर ज़िले में भ्रमण करके कमेटी पता करेगी की क्या परेशानियां है. उसके बाद यह कमेटी अपनी रिपोर्ट सरकार को सौंपेगी। पशुपालन विभाग प्रदेश में दूध उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए अमूल, मदर-डेयरी जैसी बड़ी कंपनियों के साथ काम करेगा। जिससे हिमाचल के लोगों को दूध के अच्छे दाम मिल सके। इसके लिए जल्द ही एक बैठक शिमला में आयोजित की जाएगी।
राज्य सरकार ने काऊ सेंक्चुरी बनाने की पहल सिरमौर से की. यहाँ पर दो काऊ सेंक्चुरी बनाई गई है. इसी के साथ आपको बतादें की काऊ सेंक्चुरी में बेसहारा पशुओं को रखने की व्यवस्था की जाएगी जिसमें चारा भंडारण, पशु औषधालय और एक चौकीदार कक्ष भी होगा।
वर्षा
कृषि जागरण,नई दिल्ली
Share your comments