हमारे देश में गाय और भैंस, इन दोनों पशुओं का पालन विभिन्न उद्देश्यों से किया जाता है. भारत में दुधारू गायों की सबसे अच्छी नस्लों में साहीवाल, गिर, राठी, थारपारकर और लाल सिंधी शामिल हैं. आज हम आपको अपने इस लेख में भारत में सबसे अच्छी गाय की नस्लों के बारे में बताएंगे. हमें उम्मीद है कि यह जानकारी डेयरी किसानों और जो लोग डेयरी खोलना चाहते हैं, उनके लिए काफी उपयोगी साबित होगी.
गिर नस्ल
गाय की यह नस्ल गुजरात के दक्षिण काठियावाड़ के गिर के जंगलों में और राजस्थान और महाराष्ट्र के आस-पास में भी पाई जाती है. इसे भदावरी, देसन, गुजराती, सोरठी, काठियावाड़ी और सुरती के नाम से भी जाना जाता है. इसके सींग अजीब तरह से घुमावदार होते हैं, जो 'आधा चाँद' का रूप देते हैं. इसकी दूध की उत्पादन क्षमता बहुत अच्छी होती है. यह अपनी कठोरता और रोग प्रतिरोध के लिए पहचानी जाती है.
साहिवाल नस्ल
साहिवाल की उत्पत्ति अविभाजित भारत के मोंटगोमरी क्षेत्र (अब पाकिस्तान में) में हुई थी. इस मवेशी की नस्ल को लोला, लैंबी बार, तेली, मोंटगोमरी और मुल्तानी के नाम से भी जाना जाता है. साहिवाल देश की सबसे अच्छी देसी नस्ल की गाय है. इसे हरियाणा, पंजाब, दिल्ली और उत्तर प्रदेश जैसे भारत के कई हिस्सों में पाया जा सकता है.
कांकरेज नस्ल
यह मवेशी नस्ल कच्छ, गुजरात और पड़ोसी राज्य राजस्थान (बाड़मेर और जोधपुर जिले) के दक्षिणपूर्व रण से उत्पन्न हुई. इसका रंग सिल्वर-ग्रे होता है. कांकरेज काफी लोकप्रिय नस्ल है क्योंकि गाय की यह नस्ल शक्तिशाली होती है. इसीलिए इसका उपयोग जुताई के लिए भी किया जाता है. गाय की यह नस्ल अच्छी मात्रा में दूध भी देती है.
हरियाणा नस्ल
हरियाणा नस्ल, हरियाणा के रोहतक, जींद, हिसार और गुड़गांव जिलों से उत्पन्न हुई, लेकिन यह उत्तर प्रदेश, पंजाब और मध्य प्रदेश के कुछ हिस्सों में समान रूप से लोकप्रिय है. हरियाणा नस्ल की गाय का दूध उत्पादन उक्त दिए गए नस्लों के अपेक्षा कम होता है.
आशा है कि यह लेख आपके लिए उपयोगी होगा. यदि आप चाहते हैं कि हम गाय की किसी विशेष नस्ल के बारे में जानकारी लिखें या प्रदान करें, तो नीचे दिए गए टिप्पणी बॉक्स के माध्यम से हमें जरूर बताएं
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