अंगोली प्रजाति के सांड ब्राजील वासियों के लिए सोने का अंडा देने वाली चिड़िया के समान हो गए हैं। इस सांड के दम पर वहां के लोगों ने करोड़ों का कारोबार खड़ा कर लिया है। ब्राजील वाले इस सांड को भारत से आयात कर दूसरे देशों को बेचकर मुनाफा कमा रहे हैं। सांड की यह नस्ल बहुत ऊंचे दर्जे की मानी जाती है। इस प्रजाति के सांड का वजन 250 किलो तक होता है। भारत में तो इस सांड पर ज्यादा ध्यान नहीं दिया जाता है पर ब्राजील में लोगों ने इसे ही आधार बनाकर अपना व्यवसाय खड़ा कर लिया है।
अंगोली नस्ल की गाय प्रतिदिन 80 लिटर तक दूध देती है। वहीं इस नस्ल के सांड़ों को बीफ के लिए पाला जाता है। इस नस्ल के सांडों की अंतरराष्ट्रीय स्तर पर काफी मांग है। इजरायली आंध्रप्रदेश से इस सांड का सीमेन बड़ी मात्रा में आयात करते हैं। इससे वहां दूसरी नस्ल की गायें और बैल पैदा करते हैं। माना जाता है कि ब्राजील से निर्यात होने वाले एक अंगेजी सांड की कीमत 4 करोड़ रूपए होती है।
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