उत्तर प्रदेश की योगी सरकार जैविक खेती करने वाले किसानों को आर्थिक मदद करेगी. दरअसल, राज्य सरकार किसानों को आर्थिक रूप से मजबूत बनाने के लिए निरंतर प्रयास कर रही है. पारंपरिक खेती से हटकर जैविक खेती करने वाले किसानों को 10 लाख रूपए की मदद की जाएगी. राज्य को जैविक हैब बनाने के लिए भी सरकार प्रयास कर रही है. योजना के पहले चरण में राज्य के 63 जिलों में जैविक खेती की जाएगी. साथ ही पहले चरण में 68 हेक्टेयर रकबे में जैविक खेती की करने का लक्ष्य रखा गया है.
10 लाख की ग्रांट देगी यूपी सरकार
उत्तर प्रदेश के 63 जिलों को पहले चरण में शामिल किया गया जिसमें 27 जिले नमामि गंगे परियोजना में है, वहीं 36 जिले पारंपरिक खेती करते हैं. जैविक खेती करने वाले किसानों को 3 सालों में 10 लाख रुपये की ग्रांट दी जाएगी. पहले और तीसरे साल 3 लाख 30 हजार दिए जाएंगे जबकि दूसरे साल में 3 लाख 40 हजार रूपये की राशि दी जाएगी. दरअसल, सरकार का फोकस क्लस्टर खेती पर है. प्रत्येक क्लस्टर में 50 एकड़ जमीन होगी. 10 रूपए की यह प्रति क्लस्टर के हिसाब से दी जाएगी.
इन जिलों को शामिल किया गया
बांदा, जालौन, झाँसी,हमीरपुर, कानपूर नगर, सुल्तानपुर, फैज़ाबाद, आजमगढ़, मिर्जापुर, महोबा, पीलीभीत, गोंडा, बाराबंकी, बहराइच, रायबरेली, उन्नाव, श्रावस्ती, फिरोजाबाद
प्रॉपर ट्रेनिंग होगी
इस योजना को सरकार सुचारु रूप से लागू करने के लिए किसानों को प्रशिक्षित करेगी. किसानों को उन क्षेत्रों में विजिट कराया जाएगा जहां पहले से जैविक खेती होती है. वहां किसानों खेती के लिए नर्सरी तैयार करने, वर्मीकम्पोस्ट बनाने, हरीखाद की तैयारी, फसल में लगने वाले जैविक कीटों और रोगों से बचाव के तरीके सिखाने के साथ अपनी उपज की पैकेजिंग और ब्रांडिंग की ट्रैनिंग भी देगी. इस योजना के अंतर्गत हुए उत्पादन की गाजियाबाद स्थित पीजीएस इंडिया में टेस्टींग भी कराई जाएगी.
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